
नई दिल्ली। दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड को लेकर रोज नए-नए बड़े खुलासे हो रहे है। बीते दिन श्रद्धा वालकर मर्डर केस की जांच कर पुलिस को आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के घर के बाथरुम की टाइल्स से खून के धब्बे मिले थे। इसके अलावा आज पुलिस को इस केस में कातिल आफताब के खिलाफ एक और अहम सबूत मिला। दरअसल श्रद्धा की एक शिकायती चिट्ठी मिली है। इस चिट्ठी में श्रद्धा ने आफताब से अपनी जान का खतरा बताया था। इतना ही नहीं श्रद्धा वालकर ने इस शिकायती पत्र में आफताब पर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने की बात का भी जिक्र किया है। बता दें कि श्रद्धा ने नवंबर 2020 को मुंबई के तुलीज थाने में आफताब पूनावाला के खिलाफ शिकायत की थी। इसी बीच बुधवार को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन सामने आया है। मैंने भी श्रद्धा वालकर का 2020 में लिख़ा हुआ पत्र देख़ा है। उसी समय कार्रवाई क्यों नहीं हुई इसकी जांच तो करनी ही पड़ेगी।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, श्रद्धा का पत्र मेरे पास भी आया है, मैंने उसको देखा है। बहुत सीरियस पत्र है। उसके ऊपर क्यों कार्रवाई नहीं हुई। इसकी जांच हमको करनी पड़ेगी। मैं किसी के ऊपर दोषारोपण नहीं करना चाहता। लेकिन इस प्रकार के ऊपर पत्रों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, तो ऐसी घटनाएं होती है इसलिए इसकी जरूर जांच होनी चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई होती, तो शायद जान बच भी जाती।
मैंने भी श्रद्धा वालकर का 2020 में लिख़ा हुआ पत्र देख़ा है। उसी समय कार्रवाई क्यों नहीं हुई इसकी जाँच तो करनी ही पड़ेगी।अगर सही समय पर कार्रवाई हुई होती तो शायद जान बच सकती थी।
I saw #ShraddhaWalkar’s 2020 letter to Police. We will investigate why wasn’t timely action taken then. pic.twitter.com/JsaFptP75f— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 23, 2022
इससे पहले श्रद्धा की व्हाट्सएप चैट सामने आई थी। जिसमें उसने अपने दोस्त से आफताब के दरिंदगी के बारे में जानकारी दी थी। इसके अलावा आफताब के हैवानियत की पहली फोटो भी सामने आ चुकी है। इस फोटो में श्रद्धा के चेहरे पर चोट के निशान भी नजर आए थे। बता दें कि आफताब पर आरोप है कि उसने 18 मई को श्रद्धा वालकर की गला घोट हत्या कर दी। फिर उसकी लाश के 35 टुकड़े कर दिए। आरोपी आफताब ने श्रद्धा की पहचान ना हो सके इसके लिए उसका चेहरा जला दिया था। आफताब ने इन टुकड़ों को महरौली के जंगल में फेंक दिया था।