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Maharashtra: महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच उद्धव सरकार ने चला एक और बड़ा दाव, औरंगाबाद का नाम बदलाकर संभाजीनगर किया

Maharashtra: जहां एक तऱफ कोर्ट में फ्लोर टेस्ट और विधायकों की अयोग्यता के मसले को लेकर सुनवाई जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ उद्धव कैबिनेट ने महाराष्ट्र कई प्रमुख शहरों का नाम बदलने का फैसला किया है। ध्यान रहे कि उद्धव की ओर से इन नामों को बदलने का फैसलाऐसे वक्त में लिया गया है, जब उन पर हिंदुत्व की विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाया जा रहा है।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां महाराष्ट्र में सियासी बवाल देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र के सियासी घमासान में अब सुप्रीम कोर्ट की भी एंट्री हो चुकी है। ध्यान रहे कि सुप्रीम कोर्ट में अभी महाराष्ट्र की राजनीति तूफान को लेकर सुनवाई चल रही है। बता दें कि 30 जून को फ्लोर टेस्ट होने की बात कही जा रही है। जिसे पर शिंदे का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि फ्लोर टेस्ट जीत पाने में कामयाब रहेंगे, लेकिन उद्धव की ओर से पेश वकील अभिषेक मनु  सिंघवी ने कहा कि आखिर फ्लोर टेस्ट कराने की इतनी जल्दी क्यों हो रही है। इसी बीच एक तऱफ जहां कोर्ट में फ्लोर टेस्ट और विधायकों की अयोग्यता के मसले को लेकर सुनवाई जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ उद्धव कैबिनेट ने महाराष्ट्र के कई प्रमुख शहरों का नाम बदलने का फैसला किया है।

eknath shinde and uddhav thakrey

दरअसल, उद्धव कैबिनेट ने कई प्रमुख शहरों के नाम बदलने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही महाविकास अघाड़ी सरकार ने राज्य में सियासी बवाल के बीच हिंदुत्व कार्ड खेलने की कोशिश की है। बता दें कि उद्धव कैबिनेट ने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा उस्मानाबाद का धाराशिव और नवी मुंबई एयरपोर्ट का डीबी पाटिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट करने का ऐलान किया गया है। ध्यान रहे कि उद्धव की ओर से इन नामों को बदलने का फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब उन पर हिंदुत्व की विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाया जा रहा है।

इसके साथ ही बता दें कि शिवसैनिक विगत कई सालों से औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने की मांग कर रहे थे। वहीं शिवसेना उस्मानाबाद का धाराशिव करने की भी डिमांड कर रहे थे। हालांकि कांग्रेस, एनसीपी के समर्थन से सरकार बनने के बाद शिवसेना औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम नहीं बदल पाई। क्योंकि कांग्रेस दोनों ही जगहों के नाम बदलने का विरोध कर रही थी।