औरंगाबाद

PM Modi In Bihar: नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, ''बहुत काम हो रहा है, आप इसमें तेजी लाएंगे।'' हाल ही में महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया कि वह पीएम मोदी के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने दोहराया, ''हम 2005 से साथ हैं। हमने साथ में बहुत काम किया है। पहले कोई काम नहीं होता था, जाने के लिए कोई जगह नहीं थी, कोई स्टडी नहीं करता था, लेकिन 2005 से हमने मिलकर सारा काम किया है।”

ग्रामीणों की मांग है कि बिगहा देवी मंदिर में मांस फेंकने वालों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। अपनी मांग के समर्थन में लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर भी आक्रोश जताया। ग्रामीणों की ये भी मांग है कि मांस फेंके जाने से मंदिर अपवित्र हो चुका है। इसे तोड़कर नया मंदिर बनाने की मांग भी वे कर रहे हैं।

मुगल बादशाह औरंगजेब की मौत साल 1707 में हुई थी। मौत के बाद उसकी लाश को महाराष्ट्र में दफनाया गया था। इसके बाद शहर का नाम औरंगाबाद रखा गया था। शिवसेना सरकार ने शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर रखा है। संभाजी, छत्रपति शिवाजी के बेटे थे। उनकी हत्या औरंगजेब ने कराई थी।

Maharashtra: वहीं आलोचकों का कहना है कि सरकार विकास पर ध्यान देने के बजाय सिर्फ और सिर्फ नाम बदलने का ही काम कर रही है। नाम बदलने में किसी का भी हित निहित नहीं है। अभी इस पूरे मसले को लेकर विवादों का सिलसिला शुरू हो चुका है। बहरहाल , अब यह विवाद आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है।

औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की इच्छा शिवसेना के संस्थापक और देश के कद्दावर हिंदुत्ववादी नेताओं में शामिल बालासाहेब ठाकरे की थी। उनके जीवन पर्यंत ये काम नहीं हो सका था। इस बार सीएम के पद से इस्तीफा देने से पहले उद्धव ठाकरे ने अपने अंतिम कैबिनेट मीटिंग में दोनों शहरों का नाम बदलने का एलान किया था।

कैबिनेट ने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर और उस्मानाबाद का धाराशिव करने का फैसला किया। इन दोनों शहरों का नाम शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे भी बदलना चाहते थे, लेकिन उनके जीते-जी ये हो नहीं सका था। औरंगाबाद में ही मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र भी है।

Maharashtra: जहां एक तऱफ कोर्ट में फ्लोर टेस्ट और विधायकों की अयोग्यता के मसले को लेकर सुनवाई जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ उद्धव कैबिनेट ने महाराष्ट्र कई प्रमुख शहरों का नाम बदलने का फैसला किया है। ध्यान रहे कि उद्धव की ओर से इन नामों को बदलने का फैसलाऐसे वक्त में लिया गया है, जब उन पर हिंदुत्व की विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाया जा रहा है।

औरंगाबाद के क्रांति चौक पर रैली में राज ठाकरे ने साफ कहा कि उनका शांति भंग करने या दंगा भड़काने का इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी कहा था और अब भी कह रहा हूं कि लाउडस्पीकर धार्मिक नहीं, सामाजिक मुद्दा है। अगर मस्जिदों पर लाउडस्पीकर बजेगा, तो हनुमान चालीसा का भी पाठ जरूर होगा।

Auranagabad Renaming Controversy: महाराष्ट्र में औरंगाबाद (Aurangabad) का नाम बदलकर संभाजीनगर (Sambhajinagar) करने के प्रस्ताव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने इस प्रस्ताव को सभी के सामने पेश किया था। जिसके बाद से शिवसेना और कांग्रेस के बीच तनातनी जारी है।

Maharashtra: मुख्यमंत्री कार्यालय महाराष्ट्र (Maharashtra) की तरफ से राज्य मंत्रिमंडल के फैसलों को लेकर एक ट्वीट किया गया, जिसमें औरंगाबाद (Aurangabad) का संभाजीनगर (Sambhajinagar) के रूप में उल्लेख किया गया। यह बात महा विकास आघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi) में शामिल कांग्रेस को रास नहीं आई।