
नई दिल्ली। भारतीय राजनीति की यह पुरानी रवायत रही है कि किसी ना किसी मसले को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच रार-प्रतिवार का सिलसिला जारी ही रहता है और हिंदुस्तान की सियासत का दस्तूर भी ऐसा है कि इन सियासी नुमाइंदों को कोई ना कोई मुद्दे मिलते ही रहते हैं। वहीं, इस बीच जब अरूणाचल प्रदेश के तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प हुई, तो सत्ता और विपक्ष के बीच वार-प्रतिवार का सिलसिला शुरू हो गया। इसी बीच तवांग झड़प को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से एक ऐसा ट्वीट किया गया। जिसके बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई। आइए, आगे आपको बताते हैं कि आखिर खरगे की ओर से क्या कहा गया था।

दरअसल, खरगे ने तवांग झड़प को लेकर ट्वीट कर कहा कि, ‘चीन डोकलाम में “जमफेरी रिज” तक चीनी बिल्ड-अप भारत के रणनीतिक “सिलीगुड़ी कॉरिडोर” को खतरे में डाल रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों का प्रवेश द्वार! यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत चिंता का विषय है! पीएम मोदी हम आपसे इस पर सार्थक चर्चा कराने की मांग करते हैं।
Chinese build-up in Doklam upto “Jampheri Ridge” is threatening India’s strategic “Siliguri Corridor” — the gateway to Northeastern States!
This is of utmost concern for our National Security ! @narendramodi ji,
When will the nation have . . .
“CHINA PE CHARCHA” ? pic.twitter.com/eL8JHTftUZ
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 17, 2022
बता दें, खरगे के इस ट्वीट के बाद बीजेपी की ओर से मोर्चा संभालते हुए प्रवक्ता संजू वर्मा ने ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘आप सोनिया गांधी और सीसीपी के बीच हस्ताक्षरित एमओयू की सामग्री का खुलासा कब करेंगी? डोकलाम गतिरोध के दौरान अयोग्य राहुल गांधी चीनी दूतावास के अधिकारियों के साथ फ्लर्ट क्यों कर रहे थे? आपने राजीव गांधी फाउंडेशन को #चीन से मिले फंड का क्या किया? क्या आप एमओयू पर चर्चा के लिए तैयार हैं?
When will you reveal contents of MoU signed between Sonia Gandhi &the CCP?
Why was inept Rahul Gandhi flirting with Chinese embassy officials during #Doklam standoff?
What did you do with funds received by Rajiv Gandhi Foundation,from #China?
Are you ready for MoU par charcha? https://t.co/1FrQSfZMlr
— Sanju Verma (@Sanju_Verma_) December 17, 2022
ध्यान रहे, इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जब चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले भारतीय जवानों के शौर्य पर संदेह जताया था, तब बीजेपी के आईटी प्रभारी अमित मालवीय ने करारा हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर नेहरू के दौरान चीन संग हस्ताक्षरित किए गए एमओयू का जिक्र किया था। अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में कहा था कि हर गौरवान्वित भारतीय ने वर्दी में हमारे सैनिकों को चीनी सैनिकों की पिटाई करते हुए वीडियो देखा है, बेशक राहुल गांधी को छोड़कर, जो उनकी वीरता पर सिर्फ इसलिए संदेह करते हैं क्योंकि उन्होंने चीनियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, उनके परिवार ने चीनी आतिथ्य का आनंद लिया और आरजी फाउंडेशन में धन प्राप्त किया…
आपको बता दें, बीते 9 दिसंबर को चीन-भारत सैनिकों के बीच अरूणाचल प्रदेश के तवांग में झड़प हुई थी। जिसमें चीन के 30 सैनिक तो भारत 6 सैनिक घायल हो गए थे। सेना ने खुद पुष्टि की थी कि इस झड़प में सर्वाधिक नुकसान चीन को ही हुआ था। हालांकि, चीन ने बाद में अपनी प्रतिक्रिया में सीमा पर स्थिति के नियंत्रित होने की बात स्वीकारी थी, लेकिन इस झड़प के बाद एकाएक भारत में राजनीति गरमा गई। झड़प के तत्काल बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर सरकार पर सवाल दागा था। उन्होंने इस झड़प को केंद्र सरकार की विफलता बताया था।