नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम के मुस्लिम आबादी वाले बयान पर खुद को घिरता देख किनारा कर लिया है। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से कहा गया है, यह टिप्पणियाँ पार्टी की स्थिति या विचारधारा को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दो दिन पहले अल्पसंख्यक छात्रों के एक कार्यक्रम में कहा था कि अगर अल्लाह ने चाहा तो मुस्लिम समाज जो आज देश में अल्पसंख्यक है, एक दिन हम बहुमत में होंगे। टीएमसी नेता की इस टिप्पणी के बाद विवाद शुरू हो गया था। बीजेपी ने इस बयान की आलोचना करते हुए इसे बांग्लादेश के हालात से जोड़ा था।
The All India Trinamool Congress firmly disassociates itself from and strongly condemns the statement made by Shri Firhad Hakim, MIC GoWB, at an event day before yesterday. These comments do not reflect the party’s position or ideology.
Our commitment to peace, unity, and…— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) December 16, 2024
टीएमसी की ओर से जारी सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम द्वारा दिए गए बयान की पार्टी कड़ी निंदा करती है। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस दृढ़ता से खुद को उनके इस बयान से अलग करती है। शांति, एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। पश्चिम बंगाल के सामाजिक ताने-बाने को खतरा पहुंचाने वाली किसी भी टिप्पणी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने कहा था कि तृणमूल नेता का यह बयान ना सिर्फ नफरत फैलाने वाला है बल्कि इसके पीछे भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने की साजिश है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी निशाने पर लेते हुए बीजेपी नेता ने कहा था कि ममता की भारत विरोधी मानसिकता उजागर हो गई है और उनका पाखंड सबके सामने आ गया है। देश इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगा। आपको बता दें कि फिरहाद हकीम का यह बयान सोशल मीडिया पर भी बहुत तेजी से वायरल हुआ था। बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर्स ने भी ममता बनर्जी के मंत्री के बयान को निंदनीय करार दिया।