लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के पॉश हजरतगंज इलाके में होटल लेवाना सुइट्स अग्निकांड के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा एक्शन लेते हुए 19 कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर और कमिश्नर रोशन जैकब ने अपनी जांच रिपोर्ट में इन अफसरों को अग्निकांड और होटल को नियमों के खिलाफ फायर एनओसी वगैरा दिए जाने का जिम्मेदार बताया था। जिनके खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें कई रिटायर हो चुके हैं। जांच रिपोर्ट में अवैध निर्माण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी के लिए अफसरों और कर्मचारियों का नाम लिखा गया था। माना जा रहा है कि इस कड़ी में और सख्त सजा दी जाएगी। लेवाना में हुए अग्निकांड में 2 महिलाओं समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी।
जिन अफसरों को सस्पेंड और विभागीय कार्रवाई के दायरे में लाया गया है, उनमें मौजूदा चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह और फायर अफसर योगेंद्र प्रसाद भी हैं। दोनों को सस्पेंड किया गया है। बिजली विभाग के सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा विजय कुमार राव, अवर अभियंता आशीष मिश्रा, उपखंड अफसर राजेश मिश्रा के साथ लखनऊ विकास प्राधिकरण LDA के तत्कालीन विहित प्राधिकारी महेंद्र मिश्रा को भी सस्पेंड किया गया है। इनके अलावा होटल बनते समय तत्कालीन एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह, ओमप्रकाश मिश्रा, असिस्टेंट इंजीनियर राकेश मोहन, जूनियर इंजीनियर जीतेंद्र नाथ दुबे, रवींद्र कुमार श्रीवास्तव और जयवीर सिंह को भी सस्पेंड किया गया है। रिटायर हो चुके इंजीनियर गणेश दत्त सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। वहीं, एलडीए के मेट रामप्रताप पर भी सस्पेंशन की गाज गिरी है।
लेवाना सुइट्स में आग लगने और मौतों के मामले में आबकारी विभाग के तत्कालीन अफसर संतोष तिवारी, आबकारी निरीक्षक अमित श्रीवास्तव और उप आबकारी आयुक्त जैनेंद्र उपाध्याय को भी सस्पेंड कर्मचारियों की लिस्ट में रखा गया है। इस मामले में होटल को नियमानुसार गिराने का नोटिस भी जारी हो चुका है। होटल सील है और इसके मालिकान गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।