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Assam Terror Module: असम में आतंकी मॉड्यूल में शामिल मदरसे पर चला बुलडोजर तो मौलाना बदरुद्दीन अजमल का छलका दर्द, कहा…

AIUDF chief Badruddin Ajmal: बीते दिनों असम में पुलिस ने अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों को दबोचा था। पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया था उनमें मोरीगांव स्थित मदरसे को चलाने वाला मुस्तफा उर्फ ​​मुफ्ती मुस्तफा भी शामिल था। मदरसे पर की गई इस कार्रवाई के बाद जो बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, उन्हें विभिन्न स्कूलों में भर्ती करा दिया गया था।

नई दिल्ली। बीते कुछ समय से देश में मदरसों में बुरा बर्ताव किए जाने के मामले देखने को मिले हैं। अभी हाल ही में असम के मोरीगांव स्थित एक मदरसे को बुलडोजर से ढहा दिया गया। प्रशासन की तरफ से ये कार्रवाई यूएपीए और डिजास्‍टर मैनेजमेंट एक्‍ट के तहत ये की गई थी। बता दें कि बीते दिनों असम में पुलिस ने अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों को दबोचा था। पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया था उनमें मोरीगांव स्थित मदरसे को चलाने वाला मुस्तफा उर्फ ​​मुफ्ती मुस्तफा भी शामिल था। मदरसे पर की गई इस कार्रवाई के बाद जो बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, उन्हें विभिन्न स्कूलों में भर्ती करा दिया गया था।

Badruddin Ajmal Pic

अब इसी मामले में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल का बड़ा बयान सामने आया है। गुवाहाटी में बदरुद्दीन अजमल ने कई तीखे बयान दिए। मदरसों में बुरे बर्ताव को लेकर बात करते हुए बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि अगर मदरसों में बुरे तत्व मिलते हैं तो हमें उन लोगों से किसी तरह की कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार को जहां भी ऐसे तत्व मिलते हैं, उन्हें गोली मार दी जानी चाहिए। अगर किसी मदरसे में 1-2 खराब शिक्षक पाए जाते हैं, तो सरकार को चाहिए कि उन्हें हिरासत में लें और जांच पूरी होने के बाद उन्हें उठा लें। इसके बाद सरकार जो चाहें उनके साथ करे।

‘एक की गलती के लिए पूरे समाज को बदनाम करना गलत’ 

इसके आगे मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि, एक की गलती से लिए अगर पूरे मुस्लिम समाज को जिहादी कहा जाए तो ये ठीक नहीं है। ये जिहाद नहीं है ये फिर आतंकवाद है। सरकार को इसे रोकना चाहिए। उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और खुफिया जानकारियों को मजबूत करना चाहिए।

महंगाई को लेकर कही ये बात

महंगाई के मुद्दे पर सरकार पर आरोप लगाते हुए मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि “देश का पैसा वित्त मंत्री के पास है। उन्हें कैसे पता चलेगा कि कोई व्यक्ति किसी सामान को खरीदने के लिए कितना खर्च करता है? किसी भी मंत्री के लिए कोई मुद्रास्फीति नहीं है। भाजपा सांसदों को अपनी पत्नियों से पूछना चाहिए कि वे रसोई कैसे चला रही हैं। सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए ध्यान दें, नहीं तो महंगाई 2024 में उनकी सरकार को खा जाएगी।”