बरेली। यूपी के बरेली स्थित दरगाह आला हजरत के मौलाना तौकीर रजा ने एक बार फिर यू-टर्न लिया है। मौलाना तौकीर रजा ने अब कहा है कि वो 21 जुलाई को हिंदू युवक और युवतियों का सामूहिक निकाह कार्यक्रम जरूर करेंगे। मौलाना तौकीर रजा का दावा है कि जिन जोड़ों का सामूहिक निकाह कराने वाले हैं, उन्होंने पहले ही धर्म परिवर्तन कर लिया है। इससे पहले मौलाना तौकीर रजा ने कहा था कि वो 21 जुलाई को सामूहिक निकाह का कार्यक्रम नहीं करेंगे।
तौकीर रजा ने ताजा बयान में कहा है कि 21 जुलाई को किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराया जाना है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम न करने के बारे में मेरे लोगों को बुलाकर दबाव डाला गया और मेरी मर्जी के बगैर उनसे झूठे वादे कर लिखवा लिया गया। उन लोगों ने लिखकर दिया कि कार्यक्रम नहीं होगा। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमने जो तारीख दी है, उसी दिन अपना कार्यक्रम करेंगे। तौकीर रजा ने तंज कसने के लहजे में ये भी कहा कि बाकी लोग बिना मंजूरी के भी किसी का धर्म परिवर्तन करा सकते हैं और कानून हाथ में ले सकते हैं। तौकीर रजा ने कहा कि वो दुनिया को बताना चाहते हैं कि भारत में दो तरह के कानून चल रहे हैं। एक कानून में मुसलमानों का उत्पीड़न होता है। दूसरा वो कानून है, जो गैर मुस्लिमों को बदमाशी करने की छूट देता है।
मौलाना तौकीर रजा अपने विवादित बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। एक मामले में उनके खिलाफ कोर्ट ने वॉरंट जारी किया था। इसके बाद बीते दिनों मौलाना तौकीर रजा काफी दिन तक लापता भी रहे। अब सामूहिक निकाह कराने का एलान कर उन्होंने माहौल गर्मा दिया है। विश्व हिंदू परिषद और तमाम संतों ने मौलाना तौकीर रजा के इस कदम के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। अभी बरेली जिला प्रशासन ने ये नहीं बताया है कि 21 जुलाई को मौलाना तौकीर रजा की तरफ से रखा गया सामूहिक निकाह का कार्यक्रम होगा या नहीं।