नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के बद्रीनाथ धाम पर विवादित टिप्पणी करने की वजह से इस वक्त चर्चा में है। स्वामी प्रसाद ने कहा था कि 8वीं सदी तक बद्रीनाथ धाम बौद्ध धर्मस्थल था, बाद में बौद्ध धर्मस्थल से मंदिर बनाया गया। अब सपा नेता के इस बयान को लेकर एक के बाद एक नेता उनको निशाने पर ले रहे है। इसी क्रम अब बसपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने स्वामी प्रसाद के बद्रीनाथ धाम वाले बयान पर रिएक्शन दिया है। मायावती ने सपा नेता को आड़े हाथों लिया है। बसपा सुप्रीमो ने स्वामी प्रसाद के बयान को चुनाव से पहले घिनौनी राजनीति बताया।
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद के बयान पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का आक्रोश देखने को मिला था। इसके अलावा कई साधु-संतों ने भी सपा नेता के बद्रीनाथ धाम वाले बयान पर अपना गुस्सा जाहिर किया था। इसी क्रम में अब मायावती ने ट्वीट कर स्वामी प्रसाद पर जोरदार प्रहार किया है।
पहले ट्वीट में मायावती ने समाजवादी पार्टी के नेता पर प्रहार करते हुए लिखा, ”स्वामी प्रसाद मौर्य का ताजा बयान कि बद्रीनाथ सहित अनेकों मन्दिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाये गये हैं तथा आधुनिक सर्वे अकेले ज्ञानवापी मस्जिद का क्यों बल्कि अन्य प्रमुख मन्दिरों का भी होना चाहिए, नए विवादों को जन्म देने वाला यह विशुद्ध राजनीतिक बयान।”
2. जबकि श्री मौर्य लम्बे समय तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे किन्तु तब उन्होंने इस बारे में पार्टी व सरकार पर ऐसा दबाव क्यों नहीं बनाया? और अब चुनाव के समय ऐसा धार्मिक विवाद पैदा करना उनकी व सपा की घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? बौद्ध व मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2023
दूसरे ट्वीट में लिखा, ”स्वामी प्रसाद मौर्य लम्बे समय तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे किन्तु तब उन्होंने इस बारे में पार्टी व सरकार पर ऐसा दबाव क्यों नहीं बनाया? और अब चुनाव के समय ऐसा धार्मिक विवाद पैदा करना उनकी व सपा की घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? बौद्ध व मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं।”
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस पर विवादित बयान दिया था। जिसको लेकर वो नेताओं से लेकर साधु संतों के निशाने पर आ गए थे।