Connect with us

देश

Rajasthan: प्लास्टिक मुक्त भारत के तहत नाबार्ड द्वारा चलाया जा रहा सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम, कैंप लगा कर लोगों को दी जा रही ट्रेनिंग

Rajasthan: भरतपुर में नाबार्ड के द्वारा सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत संस्थाओं के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं को जिले भर में ग्रामीण स्तर पर कैम्प लगवाकर जूट सहित सरकंडे के उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

Published

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के महिला स्वावलंबन और पर्यावरण संरक्षण सहित प्लास्टिक मुक्त भारत के सपने को लेकर किये जा रहे प्रयासों के तहत राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड ने इको फ्रेंडली बैग सहित अन्य उत्पाद बनाने के लिए बृहद स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भरतपुर में नाबार्ड के द्वारा सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत संस्थाओं के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं को जिले भर में ग्रामीण स्तर पर कैम्प लगवाकर जूट सहित सरकंडे के उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे महिलाएं जूट के बैग्स, कैरी बैग्स, सरकण्डे के मुड्डे, टेबल, कुर्सी सहित अनेकों उत्पाद बनाकर अपना सूक्ष्म उद्यम स्थापित कर आत्म निर्भर बन रही हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।

समूह की महिलाओं को समय-समय पर ट्रैनिग के साथ-साथ निश्चित मानदेय और निशुल्क भोजन भी संस्था की तरफ से निशुल्क दिया जा रहा है। साथ ही कामगार महिलाओं के लिए कच्चे माल और उनके उत्पाद की मार्केटिंग के लिए पूरी मदद संस्था की तरफ से की जा रही है, जिससे महिला अपने घर पर रहकर ही काम कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ बन सके और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सके। इसके अलावा, संस्थाओं द्वारा लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया समेत कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्रदान की जा रही हैं।

ताकि महिलाएं लघु उद्योग की शुरूआत कर देश के विकास में सहायता प्रदान कर सकें। ऐसे में ये महिलाएं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और पोषण प्रदान करने में सक्षम हो सकेंगी।

Advertisement
Advertisement
Advertisement