
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ भारत बड़ी सैन्य कार्रवाई की तैयारी पूरी करता दिख रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई होगी, इसका अंदाजा पीएम नरेंद्र मोदी की अब तक की बैठकों से ही साफ हो रहा है। पीएम मोदी ने सोमवार को रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह को बुलाया और उनसे लंबी बैठक की। पीएम मोदी ने इससे पहले रविवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के साथ बैठक की थी। उससे पहले पीएम मोदी ने भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी को बुलाकर लंबी बातचीत की थी।
मोदी ने सबसे पहले सीसीएस की दो बैठक की और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ संयुक्त बैठक भी की थी। पाकिस्तान पर भारत किस तरह के एक्शन की तैयारी कर रहा है, इसका संकेत रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दिया था। राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था कि पीएम मोदी की सरकार के रहते देशवासी जैसा चाहते हैं वैसा ही होगा। राजनाथ सिंह ने कहा था कि देश पर आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा था कि सब जानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी खतरे उठाते हैं। राजनाथ सिंह ने ये भी कहा था कि देश की सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी वो सेना के जवानों के साथ लेते हैं।
पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को आतंकियों ने 26 हिंदू पर्यटकों की जान ली थी। 2 अन्य लोगों की भी उन्होंने हत्या की थी। इसके बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार की एक जनसभा से एलान किया था कि जिन्होंने निर्दोषों का कत्ल किया उन्हें और उनको समर्थन देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने ये भी कहा था कि पहलगाम की हत्या के जिम्मेदार अगर धरती के किसी भी छोर पर होंगे, तो वहां से उनको पकड़कर सजा दी जाएगी। उसके बाद से ही कयास लगने लगे हैं कि पाकिस्तान पर इस बार भारत बड़ा सैन्य हमला कर सकता है। भारत के हमले के डर से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। वहां के नेता खून बहाने और परमाणु हमले की धमकी तक दे रहे हैं। बता दें कि भारत ने साल 2016 में पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। साल 2019 में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर दर्जनों आतंकियों को मौत की नींद भी सुलाया था।