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Tamilnadu Cabinet: तमिलनाडु में एमके स्टालिन ने कैबिनेट में किया फेरबदल, उदयनिधि बने डिप्टी सीएम, तीन नए मंत्रियों ने ली शपथ

Tamilnadu Cabinet: इस कैबिनेट फेरबदल का खास महत्व है क्योंकि इसके साथ ही करुणानिधि परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वह अपने दादा एम करुणानिधि और पिता एमके स्टालिन के बाद तमिलनाडु सरकार में अहम भूमिका निभाने वाले तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। 46 वर्षीय उदयनिधि इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं, लेकिन इस फेरबदल के बाद वह उपमुख्यमंत्री के रूप में नई जिम्मेदारी संभालेंगे।

नई दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपनी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल करते हुए अपने बेटे उदयनिधि स्टालिन को राज्य का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया है। इसके साथ ही आज तीन नए मंत्रियों ने राजभवन में शपथ ग्रहण की। इनमें डीएमके नेता वी सेंथिल बालाजी, गोवी चेझियान, और एसएम नासर का नाम शामिल है। उल्लेखनीय है कि सेंथिल बालाजी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने से पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 15 महीने जेल में रहना पड़ा था।

सेंथिल बालाजी की वापसी

सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद डीएमके नेता वी सेंथिल बालाजी एक बार फिर स्टालिन की कैबिनेट में लौट आए हैं। उन्हें पहले भी कई अहम विभाग सौंपे गए थे और इस बार भी उनकी वापसी काफी चर्चाओं में रही। गोवी चेझियान और एसएम नासर के साथ केएस मस्थान ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।

करुणानिधि परिवार की तीसरी पीढ़ी से उदयनिधि बने डिप्टी सीएम

इस कैबिनेट फेरबदल का खास महत्व है क्योंकि इसके साथ ही करुणानिधि परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वह अपने दादा एम करुणानिधि और पिता एमके स्टालिन के बाद तमिलनाडु सरकार में अहम भूमिका निभाने वाले तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। 46 वर्षीय उदयनिधि इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं, लेकिन इस फेरबदल के बाद वह उपमुख्यमंत्री के रूप में नई जिम्मेदारी संभालेंगे।

राज्यपाल ने दी विभागों को मंजूरी

तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सिफारिश पर नवनियुक्त मंत्रियों को आवंटित विभागों की मंजूरी दे दी है। सेंथिल बालाजी, गोवी चेझियान, एसएम नासर और केएस मस्थान को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एमके स्टालिन द्वारा किए गए इस फेरबदल को राज्य की राजनीति में नए समीकरण के रूप में देखा जा रहा है। उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाना उनके राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और डीएमके के भविष्य के नेतृत्व के संकेत भी देता है।