आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए गए बयानों को लेकर अक्सर सियासी गलियारों में चर्चा होती रहती हैं। उनके द्वारा दिए गए बयानों के अलग-अलग सियासी मायने निकाले जाते हैं। इसी बीच उन्होंने एक बार फिर कुछ इसी तरह का बयान दिया है, जिसके बाद से सियासी गलियारों में चर्चाओं गोशियों का बाजार गुलजार हो चुका है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, ‘आज की तारीख में देश में सबकुछ सुचारू रूप से चल रहा है, क्योंकि कुछ लोग कुछ भी नहीं कर रहे हैं। मुंबई के कांदवली में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में भागवत ने कहा कि कई बार हमें नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती हैं, लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं, तो चौतरफा सकारात्मक माहौल ही देखने को मिलता है। भारत में सबकुछ अच्छा ही हो रहा है, लेकिन समस्या यह है कि हमारे यहां बुरी चीजों पर चर्चा करने में लोग ज्यादा दिलचस्पी दिखाते है। भारत नित दिन नए प्रतिमान गढ़ रहा है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आज की तारीख में देश में सबकुछ अच्छा चल रहा है, क्योंकि कुछ लोग मौन हैं।
बता दें कि उन्होंने यह बयान विपक्ष के संदर्भ में दिया था, जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो चुकी है। भागवत ने आगे कहा कि पहले हर इंसान की जरूरत रोटी, कपड़ा और मकान हुआ करती थी, लेकिन इन सब चीजों के लिए अलावा इंसान की जरूरतों में स्वास्थ्य और शिक्षा भी शामिल हो चुकी है। भागवत ने कहा कि कुछ लोग भारत से जुड़ी कुछ बुरी बातों पर ही चर्चा करते हैं, लेकिन हम एक बात साफ कह देना चाहता हूं कि इन लोगों को इनके मकसद में कभी सफलता नहीं मिलेगी।