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Mohan Majhi Becomes New CM Of Odisha : मोहन माझी ने ली ओडिशा के सीएम पद की शपथ, 24 साल बाद हुआ सत्ता परिवर्तन

Mohan Majhi Becomes New CM Of Odisha : प्रवति परीदा और कनक वर्धन सिंह देव ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। इनके अतिरिक्त नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, सुरेश पुजारी, पृथ्वीराज हरिचंदन, विभूति भूषण जेना, रविनारायण नाइक और मुकेश महालिंग ने बतौर मंत्री शपथ ली।

नई दिल्ली। ओडिशा में आज मुख्यमंत्री के रूप में मोहन माझी ने शपथ ली और इसी के साथ प्रदेश में 24 साल बाद सत्ता परिवर्तन हुआ तथा बीजेपी की सरकार बनी। वहीं प्रवति परीदा और कनक वर्धन सिंह देव ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम नायब सैनी, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

मोहन माझी के मंत्रिमंडल में नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, सुरेश पुजारी, पृथ्वीराज हरिचंदन, विभूति भूषण जेना, रविनारायण नाइक, और मुकेश महालिंग को भी शामिल किया गया है। इन सबने बतौर मंत्री शपथ ग्रहण की। इससे पहले कल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में मोहन मांझी को विधायक दल का नेता चुना गया था। मोहन माझी चार बार के विधायक हैं। मोहन ओडिशा की क्योंझर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। वह आदिवासी समुदाय से आते हैं। वहीं डिप्टी सीएम प्रवति परीदा निमापारा से विधानसभा चुनाव जीती हैं। जबकि दूसरे डिप्टी सीएम कनक वर्धन सिंह देव पटनगढ़ से विधायक हैं। शपथ ग्रहण से पहले मोहन मांझी ने पूर्व मुख्यमंत्री और 24 साल से ओडिशा की सत्ता पर काबिज रहे बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात करने पहुंचे थे ओर उनको शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया था।

आपको बता दें कि ओडिशा में इस बार के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने कई रैलियां की थीं। जनता ने इस बार सत्ता परिवर्तन करते हुए 147 विधानसभा सीटों में बीजेपी को बहुमत के साथ 78 सीटों पर जीत दिलाई। 24 साल से सत्ता में काबिज बीजेडी सिर्फ 51 सीटें ही जीत सकी जबकि कांग्रेस के हिस्से सिर्फ 14 सीटे आईं। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्कस्वादी को 1 सीट मिली और 3 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं।