newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Moon Landing Point Named Shiv Shakti: चांद पर जहां उतरा चंद्रयान उसे मिला ‘शिवशक्ति’ का नाम, हर साल 23 अगस्त को मनेगा नेशनल स्पेस डे, पीएम मोदी का एलान

पीएम मोदी ने इसके साथ ही चंद्रयान-2 के चांद पर गिरने की जगह को ‘तिरंगा’ का नाम दिया। उन्होंने कहा कि इस जगह का नाम देना इसलिए जरूरी है, क्योंकि हमने दिखाया है कि असफलता के बाद हम किस तरह सफलता हासिल करते हैं। मोदी ने कहा कि एक दौर था, जब हमें तीसरी कतार का माना जाता था।

बेंगलुरु। भारत ने चांद पर जहां चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर उतरा, उसे ‘शिवशक्ति’ का नाम दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो कमांड सेंटर में इसका एलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि चांद पर जहां हमारा लैंडर उतरा है, उस प्वॉइंट को अब शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि शिव में मानवता के कल्याण का संकल्प समाहित है। उन्होंने कहा कि शक्ति से हमें उन संकल्पों को पूरा करने का बल मिलता है। मोदी ने शक्ति को और पारिभाषित करते हुए कहा कि ये इसरो में काम करने वाली महिलाओं को समर्पित है। उन्होंने मार्कंडेय पुराण से देवी सूक्त को पढ़कर इसका उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जिस तारीख को चांद पर विक्रम लैंडर उतरा, उसे नेशनल स्पेस डे यानी राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के तौर पर मनाया जाएगा।

पीएम मोदी ने इसके साथ ही चंद्रयान-2 के चांद पर गिरने की जगह को ‘तिरंगा’ का नाम दिया। उन्होंने कहा कि इस जगह का नाम देना इसलिए जरूरी है, क्योंकि हमने दिखाया है कि असफलता के बाद हम किस तरह सफलता हासिल करते हैं। मोदी ने कहा कि एक दौर था, जब हमें तीसरी कतार का माना जाता था। जब हमें कोई भी सहयोग नहीं देता था। अब भारत वहां से निकलकर पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज भारत की गिनती पहली कतार में होती है। मोदी ने कहा कि हम तीसरी कतार से पहली कतार में आए। जिसमें इसरो जैसे संस्थानों की बड़ी भूमिका रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने चांद तक मेक इन इंडिया को पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि आपके बीच आकर विशेष तौर पर देशवासियों को आपकी मेहनत के बारे में बताना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने जो साधना की है, वो देशवासियों को पता होना चाहिए। भारत के दक्षिण हिस्से से चांद के दक्षिणी ध्रुव तक यात्रा आसान नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने इसरो के रिसर्च सेंटर में आर्टिफिशियल चांद तक बनाया और उसमें विक्रम लैंडर के मॉडल को उतारकर परीक्षण किया। मोदी ने कहा कि भारत की युवा पीढ़ी साइंस, स्पेस और इनोवेशन को लेकर उत्साह और ऊर्जा से भरी है। इसकी वजह हमारे स्पेस मिशन की सफलता है।