नई दिल्ली। कोयम्बटूर मंदिर के पास हुए हमले की जांच कर रही एनआईए ने बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी के मुताबिक, कार में जिस 29 वर्षीय शख्स की विस्फोट से मौत हो गई थी, वो आत्मघाती हमला करने के मकसद से वहां पहुंचा था। उसने पूरी प्लानिंग कर ली थी। उसकी इस प्लानिंग में वो अकेला ही नहीं, बल्कि पांच अन्य लोग भी शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि इनमें से कई लोगों के तार साल 2019 में श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर चर्च में हुए हमले से भी जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। ध्यान रहे कि इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआई ने ली थी। एनआईए के मुताबिक, कोयम्बटूर में खुद को कार सहित उड़ाना वाला मुबीन पेशे से इंजीनियर है। जिस जगह पर मुबीन ने खुद को कार संग उड़ा लिया था, वहां पास में मंदिर भी था। मुबीन का मुख्य मकदस मंदिर को उड़ाना था। लेकिन उसकी प्लानिंग विफल हो गई।
वो खुद के साथ-साथ मंदिर सहित आस-पास के इलाकों को भी बम की चपेट में लाना चाहता था, लेकिन वो ऐसा करने में नाकाम रहा। इसके पीछे की वजह उसका संपूर्ण तौर पर प्रशिक्षित ना होना था। दरअसल, मुबीन को बम सहित अन्य विस्फोटक पदार्थों के उपयोग के बारे में उपयोगी जानकारी नहीं थी। उसने थोड़ी-बहुत जानकारी इंटरनेट के जरिए हासिल की थी, जिसके सहारे उसने मंदिर को उड़ाने का प्लान बनाया था। बता दें कि यह सबकुछ उसने दीवाली से एक दिन पहले किया था, जिसकी जांच बाद में एनआईए ने अपने हाथों में ले ली। ध्यान रहे कि पुलिस ने मामले में संलिप्त 6 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया है। जिससे कई हैरानजनक खुलासे हुए हैं। उधर, मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने कोयंबटूर के सभी वाहनों की जांच बढ़ा दी है और कई वाहनों को अपनी गिरफ्त में भी ले लिया है। इसके साथ तमिलनाडु की सीमा से सटे अन्य राज्यों के वाहनों की गतिविधियों की भी जांच बढ़ा दी गई है, ताकि मामले की तह तक जाया जा सकें।
मालूम हो कि एनआईए को मुबीन के घर से कई विस्फोटक पदार्थ मिले हैं। मुबीन के घर से पोटाशियम नाइट्रेट समेत 75 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ बरामद हुआ है। अब तक की प्रारंभिक जांच के आधार पर एनआईए ने यहां तक दावा किया है कि मंदिर पर हमला करने के बाद मुबीन के रडार पर कई लोग थे, जिन्हें वो अपने नापाक इरादों की चपेट में लाने का मन बना चुका था, लेकिन इससे पहले ही वो आत्मघाती हमले का शिकार हो गया, लेकिन इस प्रकरण में कई ऐसे अहम पहलू हैं, जिसकी जांच एनआईए के लिए चुनौती का सबब है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी दिनों में जांच संपन्न होने के बाद क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है।