नई दिल्ली। यूं तो सोशल मीडिया पर रोजाना बेशुमार वीडियो वायरल होते हैं, जिमसें से कुछ वीडियो को देखकर जेहन में रोष भर जाता है ,तो कुछ वीडियो को देखकर मन हर्षित हो जाता है, लेकिन अभी जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसे देखकर आपके जेहन का रोष अपने चरम पर पहुंच जाएगा और जहां तक हमारा मानना है कि आपका यह रोष 100 फीसद वाजिब होगा। वहीं, इस वीडियो के वायरल होने के बाद एक सवाल जेहन में उठना स्वाभाविक है कि सरकार के किसी फैसले व मत के प्रति अपने विरोध का प्रदर्शन करने हेतु हिंसा कहां तक उचित है? खैर, आइए मसले की गनहता में जाने से पहले आपको दिखाते हैं ये पूरा वीडियो और समझाते हैं पूरा माजरा…!
देखिए वीडियो…!
वहां @akshaykumar की सूर्यवंशी में हिंदुओं को धर्मनिरपेक्षता का ज्ञान दिया गया यहां आज अमरावती में विशेष समुदाय के लोगो ने तिरंगा हाथ मे थामे दुकानों में तोड़फोड़ कर लूटी गयी । कपड़ों और नारों से पहचाना जा सकता हैं कि लोग कौन हैं । धन्य हो महाराष्ट्र सरकार । pic.twitter.com/ycJbztyrc1
— Karan Sharma (@iKaranSharma99) November 12, 2021
..तो जैसा कि आपने देखा कि समुदाय विशेष के लोग कैसे त्रिपुरा की तर्ज पर अब महाराष्ट्र में भी दंगे फैलाने पर आमादा हो गए। आप देख सकते हैं कि कैसे ये उपद्रवी दुकानों पर पथराव कर रहे हैं, पुलिस पर पथराव कर रहे हैं, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचा रहें हैं और यहां तक अपनी मानवियता को धता बताते हुए मासूम बच्चों को भी निशाना बना रहे हैं। इस नृशंष वीडियो को देखकर किसी के भी जेहन का रोषयुक्त होना लाजिमी है। इन उपद्रवियों ने कानून के रक्षकों को भी निशाना बनाने से कोई गुरेज नहीं किया।
?Reports of Rioting by peacefuls all over Maharashtra. Demonstrations against the situation in Tripura Several policemen injured, vandalized and arson in Nanded, Malegaon and Amravati.pic.twitter.com/b5T8WpImKY
— OSINT Updates ? (@OsintUpdates) November 12, 2021
बता दें कि यह हिंसा त्रिपुरा की तर्ज पर किया गया है। फिलहाल, महाराष्ट्र के तीनों शहर हिंसा की आग में झुलस रहे हैं, जिसमें नादेंड़, अमरावती और मालेगांव शामिल है। अभी तक हिंसा की यह आग महाराष्ट्र के तीन शहरों तक ही सीमित है, लेकिन लगातार इस बात का डर सता रहा है कि कहीं हिंसा की यह आग अन्य शहरों में भी न पहुंच जाए, जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस भी चौकस हो चुकी है। बहरहाल, जिस तरह हिंसाग्रस्त इलाकों को पुलिस अब काबू में कर चुकी है, उसे देखते हुए ऐसा लगता नहीं है कि अन्य शहर भी हिंसा के जद में आएंगे, लेकिन फिर भी पुलिस अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। वीडियो में जिस तरह मुस्लिम उपद्रवी दुकानों को जबरन बंद करवाते, कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए, पुलिसकर्मियों को निशाने बनाते हुए दिख रहे हैं, उससे साफ जाहिर होता है कि इन लोगों में कानून का खौफ अब बिल्कुल भी नहीं रह गया है।
अलर्ट मोड पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री
वहीं, महाराष्ट्र में हिंसाग्रस्त शहरों को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि “पूरे राज्य भर के मुस्लिमों ने आज त्रिपुरा में हुई हिंसा के विरोध में मार्च किया। इस दौरान नांदेड़, मालेगाँव और अमरावती समेत कई जगहों पर हमला किया। मैं हर हिंदू और मुस्लिम से शांति कायम करने की अपील करता हूँ।” “स्थिति अभी नियंत्रण में है। मैं खुद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात करके इस मामले पर नजर बनाए हुए हूँ। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे नहीं छोड़ा जाएगा। हमें सामाजिक सौहार्द बनाए रखना है। मैं सबसे अपील करता हूँ।
Muslims across the state had taken out a protest march today against the violence in Tripura. During this, stone pelting was done in Nanded, Malegaon, Amaravati and some other places. I appeal to all Hindus & Muslims to maintain peace: Maharashtra HM Dilip Walse Patil pic.twitter.com/VdzCwwLeEC
— ANI (@ANI) November 12, 2021
रजा अकादमी की तरफ से नांदेड़ में एक धरना आयोजित किया गया, इसमें सहभागी कुछ युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उचित बल का प्रयोग करते हुए उन्हें भगा दिया। शहर में 3-4 जगह ऐसी घटना हुई हैं। मामला दर्ज़ कर रहे हैं। अभी नांदेड़ में शांति है: प्रमोदकुमार, SP नांदेड़, महाराष्ट्र pic.twitter.com/JEtxVKWukm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 12, 2021
इसके अलावा महाराष्ट्र के हिंसाग्रस्त इलाकों का जायजा ले रहे एसपी प्रमोद कुमार ने राज्य गंभीर हो रही स्थिति के संदर्भ पर बयान जारी कर कहा कि, “रजा अकादमी की तरफ से नांदेड़ में एक धरना आयोजित किया गया, इसमें सहभागी कुछ युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उचित बल का प्रयोग करते हुए उन्हें भगा दिया। शहर में 3-4 जगह ऐसी घटना हुई हैं। मामला दर्ज़ कर रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में विशेष समुदाय द्वारा इस तरह की हिंसा निंदनीय है। त्रिपुरा में चल रही स्थिति की प्रतिक्रिया के रूप में महाराष्ट्र की हिंसा को देखा जा रहा है। फिलहाल, केंद्र सरकार पर इन दोनों ही राज्यों में शांति व्यवस्था कायम रखने की खासा चुनौति है। अब ऐसे में आगे चलकर इन दोनों ही राज्यों में स्थिति क्या रूख अख्तियार करती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।