
नई दिल्ली। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने वक्फ संशोधन कानून के समर्थन में देशभर में प्रचार करने का फैसला किया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से वक्फ संशोधन कानून के समर्थन में देशभर में 100 प्रेस कॉन्फ्रेंस और 500 सेमीनार किए जाएंगे। इन प्रेस कॉन्फ्रेंस और सेमीनार के जरिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच वक्फ संशोधन कानून का विरोध करने वालों को जवाब देगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कहा है कि वक्फ संशोधन कानून के बारे में फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने का काम संगठन करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से दिल्ली के राजघाट में हुए ईद मिलन समारोह में ये जानकारी दी गई।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के ईद मिलन समारोह में संगठन के संरक्षक इंद्रेश कुमार और वक्फ संशोधन बिल पर बनाई गई जेपीसी के अध्यक्ष रहे जगदंबिका पाल भी शामिल हुए। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के ईद मिलन समारोह में आए नेताओं, बुद्धिजीवियों और धार्मिक नेताओं ने भी वक्फ संशोधन कानून को मुस्लिमों के लिए ऐतिहासिक बताया। इन सभी ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून से काफी बदलाव आएंगे और मुस्लिमों का जीवन बेहतर बनेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून मुसलमानों के आत्मसम्मान को बढ़ाएगा। साथ ही समुदाय के लिए न्याय और समानता के अधिकारों को भी मजबूत करेगा। इंद्रेश कुमार ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून किसी के खिलाफ नहीं है। वहीं, जगदंबिका पाल ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून मुस्लिम समाज में लंबे वक्त से चली आ रही गलतफहमी, भ्रष्टाचार और अन्याय को खत्म करेगा। बता दें कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच आरएसएस से जुड़ा है।
#BreakingNews : वक्फ कानून पर इंद्रेश कुमार का बयान, ‘माफियाओं से मुक्ति दिलाने का कदम..’#WaqfAmendmentBill #IndreshKumar | @rai_priya90 @_poojaLive pic.twitter.com/QzCLXjcgtb
— Zee News (@ZeeNews) April 8, 2025
दिल्ली के सत्याग्रह मंडप में ईद मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका आयोजन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने किया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रमुख इंद्रेश कुमार के आवाहन पर कार्यक्रम में भाजपा सांसद और वक्फ जेपीसी कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल भी शामिल हुए। कार्यक्रम में मुस्लिम… pic.twitter.com/GQtZYw06HT
— IANS Hindi (@IANSKhabar) April 7, 2025
लोकसभा ने 2 अप्रैल और राज्यसभा ने 3 अप्रैल को वक्फ संशोधन बिल पास किया था। 5 अप्रैल को राष्ट्रपति के दस्तखत के साथ ही ये कानून बन गया है। वक्फ संशोधन कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई है। इसका विरोध करने वाले कह रहे हैं कि वक्फ संशोधन कानून के जरिए मुस्लिमों की वक्फ संपत्तियां छीन ली जाएंगी। वहीं, विरोधी वक्फ बोर्डों में 2 गैर मुस्लिम सदस्यों को रखने पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि वक्फ कानून में संशोधन संविधान के तमाम अनुच्छेदों का उल्लंघन करता है। वहीं, केंद्र की मोदी सरकार ने कहा है कि विरोध करने वाले मुस्लिमों में भ्रम फैला रहे हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि वक्फ संशोधन कानून पर सुप्रीम कोर्ट का रुख क्या रहता है।