नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में एक बार फिर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच मतभेद उभर आए हैं। दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के धारा 370 मुद्दे पर यूटर्न लेने के बाद अब जम्मू कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि विधान सभा में हाल ही पास हुए प्रस्ताव में धारा 370 की बहाली की कोई मांग नहीं उठाई गई थी, यहां तक कि उसमें इस बात का कोई उल्लेख भी नहीं था। उधर, उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस अपनी सहयोगी कांग्रेस के इस रवैये पर भड़क गई है। एनसी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
नेशनल कांफ्रेंस के सांसद अगा रुहुल्ला ने कर्रा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को धारा 370 बहाली के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वो विधानसभा में पारित प्रस्ताव के संबंध में गलत जानकारी दे। इससे पहले कांग्रेस नेता कर्रा ने अपने बयान में कहा कि धारा 370 पर बीजेपी अपने राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस के प्रति लोगों को गुमराह कर रही हे। 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की हमारी प्रमुख मांग है।
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। नेशनल कांफ्रेंस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र जम्मू कश्मीर में धारा 370 की बहाली की बात कही थी। उसके बाद से ही बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि धारा 370 के जरिए नेशनल कांफ्रेंस जम्मू कश्मीर में फिर से आतंकवाद और घुसपैठ को बढ़ावा देना चाहती है और कांग्रेस इसमें उसका साथ दे रही है। जम्मू कश्मीर चुनाव से शुरू हुआ यह मामला बीजेपी झारखंड और महाराष्ट्र चुनाव में भी जोर शोर से उठा रही है।