Connect with us

देश

Har Har Mahadev: फिल्म हर-हर महादेव की स्क्रीनिंग पर हंगामा करना NCP नेता जितेंद्र आव्हाड को पड़ा महंगा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Har Har Mahadev: एनसीपी नेता हर-हर महादेव की स्क्रीनिंग के दौरान हंगामा करने वाले एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि फिल्म में शिवराज महाराज को गलत तरीके से चित्रित किया गया है। उनसे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।

Published

नई दिल्ली। हर-हर महादेव की स्क्रीनिंग के दौरान हंगामा करने वाले एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि फिल्म में शिवाजी महाराज को गलत तरीके से चित्रित किया गया है। उनसे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। इतना ही नहीं, जितेंद्र पर फिल्म देखने आए शख्स के साथ मारपीट करने का भी आरोप है। बता दें कि वर्तमान में महाराष्ट्र में मराठी फिल्म हर-हर महादेव का जमकर विरोध किया जा रहा है। विशेषतौर पर एनसीपी नेताओं द्वारा इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है। लोगों को फिल्म देखने से रोका जा रहा है। यही नहीं फिल्म देखने वाले लोगों के साथ बदसलूकी भी की जा रही है। इसी कड़ी में बीते दिनों हर-हर महादेव फिल्म देखने आए एक शख्स के साथ एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने ना महज बदतमीजी की थी, बल्कि मारपीट भी की, जिसे ध्यान में रखते हुए अब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तारी को लेकर आई ये प्रतिक्रिया 

आपको बता दें कि अपनी गिरफ्तारी को लेकर एनसीपी नेता ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश ऊपर से आया है। उन्होंने आगे कहा कि शासन की तरफ से पुलिस का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि मुझे परेशान किया जा सकें। उन्होंने कहा कि सुबह 1 बजे मुझे वतर्क नगर पुलिस स्टेशन के सीनियर अधिकारी ने फोन किया था। जैसे ही उन्होंने मुझे फोन किया तो मैं समझ गया कि दाल में जरूर कुछ काला है ।इसके बाद मैंने कहा कि मैं खुद ही आता हूं। जब मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा तो थाने के सीनियर अधिकारी ने मुझे सम्मान के साथ कहा कि मुझे आपको गिरफ्तार करना पड़ेगा।

NCP नेता जितेंद्र आव्हाड गिरफ्तार

एनसीपी नेता ने कहा कि पूरे वाकये के बाद डीसीपी राठौर पुलिस स्टेशन आते हैं। जैसे ही वे आते हैं कि मुझे उनके चेहरे पर बैचेनी नजर आती है। जिसके बाद वो मुझसे कहते हैं कि मैं मजबूर हूं। मैं कुछ भी नहीं कर सकता हूं। मुझे आपको गिरफ्तार करना होगा। हालांकि, मैं भी कहता हूं कि आपको जो सही लगता है, आप करने के लिए स्वतंत्र हैं। अपनी पूरी बात को विराम देने के उपरांत एनसीपी नेता यह कहने से गुरेज नहीं करते हैं कि यह सबकुछ शासन के निर्देश पर तैयार की गई एक सोची-समझी पटकथा है, जिसे अब जीवंत करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement