नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के जैसी सुरक्षा वाले विमान में यात्रा कर सकेंगे। इसके लिए बोइंग कंपनी में तैयार हो रहे बोइंग 777 विमानों में मिसाइल प्रोटेक्शन सूट लगाने के लिए भारत और अमेरिका के बीच समझौता हुआ है।
दरअसल भारत ने अमेरिका से अडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदा है। इस सिस्टम के ‘एयर इंडिया’ वन में लगाए जाने के बाद यह विमान ‘एयर फोर्स वन’ की तरह ही ‘उड़ते किले’ में तब्दील हो जाएगा। बता दें, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हाल की भारत की यात्रा के दौरान इन सूट की खरीद के लिए 1,200 करोड़ रुपये में समझौता हुआ है। यह समझौता सरकार से सरकार के बीच हुआ है।
पिछले महीने जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए थे। इस दौरान उनके विमान ‘एयरफोर्स वन’ की खूबियों की जमकर चर्चा हुई थी। चलता-फिरता ‘वाइट हाउस’ एयरफोर्स वन हवा में अभेद्द किले की तरह से होता है। बताया जा रहा है कि बोइंग के अमेरिका स्थित कारखाने में तैयार हो रहे दोनों विमान जून 2021 तक भारत आने की उम्मीद है। इसके बाद वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्राओं में इस्तेमाल होने लगेंगे।
इसकी खासियत
एयरफोर्स वन दो खास तरीके से बनाए गए बोइंग 747-200B सीरीज के विमानों में से एक है। यह विमान चंद मिनटों के नोटिस पर उड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है। विमान में होने के बाद भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी से भी कनेक्ट रह सकते हैं और अमेरिका पर हमला होने की स्थिति इस विमान को मोबाइल कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन विमानों के निर्माण पर भारतीय वायुसेना नजर रख रही है और अक्सर उसके अधिकारी बोइंग के कारखाने का दौरा करते रहते हैं। दोनों विमानों में मिसाइल प्रोटेक्शन सूट और अन्य सैन्य उपकरण लगे होने के कारण अब इनका स्वामित्व भारतीय वायुसेना के पास रहेगा। पहले वीवीआइपी फ्लीट में शामिल चार बोइंग 747 विमान एयर इंडिया के पास रहते थे।
मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस
अमेरिकी राष्ट्रपति का प्लेन ‘एयरफोर्स वन’ दुनिया के सबसे आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस है। अब इसी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पीएम मोदी और राष्ट्रपति के लिए खरीदे जा रहे नए विमानों में लगाया जाएगा। भारत ने देसी ‘एयरफोर्स वन’ के लिए अमेरिका के साथ 1,300 करोड़ रुपये की डील की है। इसके तहत दो सेल्फ प्रोटेक्शन सूट खरीदे जा रहे हैं। इन्हें वीवीआईपी यात्रा के लिए विशेष रूप से बनाए जा रहे बोइंग-777 विमानों में लगाया जाएगा। ये विमान अगले साल सेवा में शामिल कर लिए जाएंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी का अत्याधुनिक बोइंग-777 विमान पूरी तरह से एकीकृत मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस होगा। इसमें ऐसे खास सेंसर लगे होंगे जो मिसाइल हमले की तत्काल सूचना दे देंगे। इसके बाद डिफेंसिंव इलेक्ट्रानिक वॉरफेयर सिस्टम ऐक्टिव हो जाएगा। इस डिफेंस सिस्टम में इंफ्रा रेड सिस्टम, डिजिटल रेडियो फ्रिक्वेंसी जैमर आदि लगे हुए हैं। यह सुविधाएं कुछ उसी तरह से होंगी जैसे अमेरिकी राष्ट्रपति के प्लेन में लगी हुई हैं। हालांकि ट्रंप का विमान कई मामलों में एयर इंडिया वन से और ज्यादा उन्नत है।
इसी के साथ ही आपको बता दें, कि 26 साल से प्रधानमंत्री के विशेष विमान के तौर पर काम कर रहे एयर इंडिया वन की जगह लेने बोइंग-777 इस वर्ष जून महीने में आ भारत जाएगा। बोइंग ने दो 777-300 ER विमान पिछले वर्ष जनवरी महीने में भी डिलिवर कर दी थी। दोनों विमानों में अत्याधुनिक सुरक्षा कवर देने के लिए वापस अमेरिका भेज दिया गया था। अब दोनों विमानों को अमेरिका के डलास स्टेट स्थित फोर्ट वर्थ में अडवांस्ड सिक्यॉरिटी फीचर्स जोड़े जा रहे हैं।