लखनऊ। सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले काफी समय से चर्चा में हैं। रामचरितमानस की चौपाइयों पर विवादित बयान देने के मामले में उनपर कई जगह केस हुए। अब एक और केस स्वामी प्रसाद मौर्य पर दर्ज हुआ है। दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को रायबरेली में बीएसपी के संस्थापक रहे कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। इसी दौरान मंच से बोलते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीएसपी के एक पुराने नारे को फिर बोल दिया। बीएसपी और सपा का जब यूपी में गठबंधन था, तब ‘मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ का नारा चर्चित हुआ था। इसी नारे को स्वामी प्रसाद ने लगाया। नतीजे में रायबरेली में उनपर केस दर्ज हुआ है।
स्वामी प्रसाद मौर्य अब इस मामले में सफाई दे रहे हैं। एक न्यूज चैनल से उन्होंने कहा कि वो तो सिर्फ पुराने नारे का संदर्भ दे रहे थे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी दावा किया कि यूपी की जनता अब सपा की तरफ देख रही है। उन्होंने क्या कहा, ये आप सुनिए।
सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य EXCLUSIVE
भगवान राम पर विवादित बयान से सियासी उफान
रायबरेली में स्वामी प्रसाद मौर्य पर FIR दर्ज
देखें ज़ी यूपी-उत्तराखंड पर स्वामी प्रसाद ने क्या सफाई दी@mayurshukla29 @SwamiPMaurya pic.twitter.com/FcZVHvFKOr— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) April 5, 2023
उधर, स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से ‘हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ का नारा बुलंद होने से बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी भड़की हैं। मायावती ने ट्वीट्स की झड़ी लगाई और लिखा कि अखिलेश यादव की मौजूदगी में जो नारा लगा, वो यूपी के विकास और जनहित की जगह जातिवादी द्वेष और अनर्गल मुद्दों की राजनीति है और यही सपा का स्वभाव है। मायावती के ट्वीट का थ्रेड आप नीचे पढ़ सकते हैं।
1.सपा प्रमुख की मौजूदगी में ’मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ नारे को लेकर रामचरित मानस विवाद वाले सपा नेता पर मुकदमा होने की खबर आज सुर्खि़यों में है। वास्तव में यूपी के विकास व जनहित के बजाय जातिवादी द्वेष एवं अनर्गल मुद्दों की राजनीति करना सपा का स्वभाव रहा है।
— Mayawati (@Mayawati) April 5, 2023
कुल मिलाकर स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से रामचरितमानस के बाद अब सीधे भगवान श्रीराम के बारे में पुराना नारा लगाए जाने से यूपी की सियासत के और गरमाने के आसार हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बीएसपी में थे। फिर मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाकर बीजेपी में आए और योगी सरकार में मंत्री बने। पिछली यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वो बीजेपी से सपा में चले गए थे। उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य यूपी के बदायूं से बीजेपी की सांसद हैं।