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New Vastra For Lord Ramlala: अयोध्या में भगवान रामलला के लिए सिलवाए गए नए वस्त्र, चैत्र नवरात्रि से रामनवमी तक पहनेंगे; Video देखकर जानिए इनकी खासियत

New Vastra For Lord Ramlala: भगवान रामलला पहले बाबरी मस्जिद के ढांचे के भीतर थे। फिर बाबरी ढांचा टूटा, तो भगवान के विग्रह को टेंट के नीचे कई साल रहना पड़ा। अब भगवान रामलला का मंदिर बन गया है। राम मंदिर में भगवान की मनोहारी छवि का विग्रह स्थापित किया गया है।

अयोध्या। चैत्र नवरात्रि कल यानी मंगलवार से शुरू हो रही है। 17 अप्रैल को राम नवमी का पर्व है। इस पर्व को मनाने के लिए रामनगरी अयोध्या में खूब तैयारियां हो रही हैं। राम नवमी पर भगवान रामलला के विग्रह की पहली बार नए बने मंदिर में पूजा होगी। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने विशेष व्यवस्था की है। इसी व्यवस्था के तहत ट्रस्ट ने भगवान रामलला के लिए विशेष वस्त्र बनवाए हैं। ट्रस्ट ने बताया है कि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से राम नवमी के पर्व तक भगवान रामलला को ये विशेष वस्त्र पहनाए जाएंगे। ये वस्त्र खादी के हैं। इन पर चांदी और सोने की छपाई की गई है। आप खुद देखिए किस तरह के विशेष वस्त्र भगवान रामलला को चैत्र नवरात्रि के दौरान पहनाए जाने हैं।

भगवान रामलला पहले बाबरी मस्जिद के ढांचे के भीतर थे। फिर बाबरी ढांचा टूटा, तो भगवान के विग्रह को टेंट के नीचे कई साल रहना पड़ा। अब भगवान रामलला का मंदिर बन गया है। राम मंदिर में भगवान की मनोहारी छवि का विग्रह स्थापित किया गया है। इसके अलावा भगवान रामलला के पुराने विग्रह को भी राम मंदिर में स्थान मिला है। रामलला के भाइयों के विग्रह भी राम मंदिर में हैं। इनको अब चल विग्रह कहा जाता है। जो नए वस्त्र रामलला के लिए चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के मौके पर बनवाए गए हैं, वो अचल विग्रह के हैं। अचल विग्रह के दर्शन करने हर रोज हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।

राम मंदिर निर्माण का काम अब भी चल रहा है। मौजूदा दौर में पहले तल को पूरा किया जा रहा है। जिसके बाद दूसरे तल का निर्माण शुरू होगा। राम मंदिर इस साल दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। यहां इस बार पहली राम नवमी है। माना जा रहा है कि करीब 25 लाख श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन करने पहुंचेंगे। इसके कारण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने व्यापक व्यवस्था की है। राम नवमी पर 20 घंटे रामलला के दर्शन हो सकेंगे। अभी रामलला के दर्शन हर दिन 14 घंटे के लिए होते हैं।