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NIA Action Against Khalistanis: खालिस्तानियों-गैंगस्टरों की रीढ़ तोड़ने के लिए एनआईए का बड़ा एक्शन, पंजाब समेत कई राज्यों में 50 जगह छापेमारी

एनआईए काफी वक्त से खालिस्तानी आतंकियों और विदेश में बसे गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। ऐसे तमाम आतंकियों और गैंगस्टरों की संपत्ति भी एनआईए ने कोर्ट से मंजूरी लेकर जब्त की है। आज एनआईए ने कई टीमों के जरिए इन खालिस्तानी आतंकियों पर बड़ा प्रहार किया है।

नई दिल्ली। खालिस्तानियों और विदेश में बसे गैंगस्टरों के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने आज तड़के बड़ी कार्रवाई शुरू की है। एनआईए ने इनके करीब 50 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और एनसीआर, राजस्थान, उत्तराखंड और यूपी में एनआईए ने छापे मारे हैं। पंजाब में सबसे ज्यादा करीब 30 ठिकानों पर छापेमारी की खबर है। वहीं, राजस्थान में 13 जगह छापे मारे गए हैं। एनआईए काफी वक्त से खालिस्तानी आतंकियों और विदेश में बसे गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। ऐसे तमाम आतंकियों और गैंगस्टरों की संपत्ति भी एनआईए ने कोर्ट से मंजूरी लेकर जब्त की है।

Gurpatwant Singh Pannun
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की प्रॉपर्टी भी एनआईए ने सीज की है।

पिछले दिनों एनआईए ने खालिस्तानी आतंकी और सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की चंडीगढ़ और अमृतसर स्थित प्रॉपर्टी को जब्त किया था। कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर समेत 19 अन्य की प्रॉपर्टी जब्त करने की तैयारी एनआईए ने की है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की तरफ से निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ बताए जाने के बाद से एनआईए की खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज हुई है। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में एनआईए ऐसी और बड़ी कार्रवाई का खाका खींच रही है।

justin trudeau
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में बिना सबूत भारत पर आरोप लगाए थे।

कनाडा के पीएम ट्रूडो ने निज्जर की हत्या का कोई सबूत अब तक नहीं दिया है। वो बस यही कह रहे हैं कि भारत की एजेंसियों का हाथ इस घटना में है। वहीं, भारत ने लगातार कनाडा से कहा है कि वो निज्जर की हत्या के बारे में पुख्ता सबूत दे। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी मंगलवार को न्यूयॉर्क में कहा कि कनाडा पुख्ता सबूत दे, तो हम देखेंगे। जयशंकर ने ये भी कहा कि कनाडा में लोकतंत्र की आड़ लेकर भारत विरोधी गतिविधियां चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा में राजनयिकों को धमकी दी गई और भारत के कोंसुलेट पर हमले भी किए गए, लेकिन ट्रूडो सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।