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Lawrence Bishnoi Gang: ‘लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ का गैंग दाऊद की डी कंपनी जैसा’, चार्जशीट में एनआई का सनसनीखेज दावा

एनआईए के मुताबिक पाकिस्तान में बैठा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा इस गैंग के शूटर्स का इस्तेमाल पंजाब में टारगेट किलिंग के लिए करता है। एनआईए ने बताया है कि 20 लाख रुपए 2019 में थाईलैंड में वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला को भेजा गया। फिर 2020 में 5 लाख दिया। गोल्डी समेत कई और को भी रकम भेजी गई।

नई दिल्ली। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ का गैंग अंडरवर्ल्ड का नया दाऊद इब्राहिम है। ये दावा एनआईए ने अपनी चार्जशीट में किया है। एनआईए ने बिश्नोई गैंग की तुलना दाऊद की ‘डी कंपनी’ से की है। एनआईए के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग का नारा ‘जय बलकारी’ है। एनआईए के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई का टेरर सिंडिकेट वैसा ही है, जैसा 90 के दशक में छोटे-मोटे अपराध करने वाले दाऊद इब्राहिम ने बनाया था। इसमें ड्रग्स की तस्करी, टारगेट किलिंग और वसूली जैसे अपराध शामिल हैं। वहीं, ताजा जानकारी ये भी है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एक बार फिर लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ करने वाली है।

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कनाडा में छिपकर बैठा है लॉरेंस बिश्नोई का साथी गैंगस्टर गोल्डी बराड़।

एनआईए के मुताबिक उत्तर भारत में बिश्नोई गैंग काफी बड़ा रूप ले चुका है। सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ के जरिए लॉरेंस का गैंग चलता है। इस गैंग में पंजाब के 300 मिलाकर 700 से ज्यादा शूटर हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गोल्डी और लॉरेंस की तस्वीरें डालकर गैंग का प्रचार किए जाने का दावा एनआईए ने चार्जशीट में किया है। एनआईए के मुताबिक लॉरेंस के गैंग ने 2020-21 तक करोड़ों रुपए वसूली से कमाए और हवाला से विदेश भेजे। पहले ये गैंग पंजाब तक सीमित था। बाद में गोल्डी बराड़ से हाथ मिलाकर हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में अपने को फैलाया। अब ये यूपी और झारखंड में भी फैला है। गैंग में सोशल मीडिया और अन्य तरीकों से युवाओं को लिया जाता है। कनाडा या मनचाहे देश में भेजने का लालच ये गैंग युवाओं को देता है और फिर फंसाता है।

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एनआईए के मुताबिक पाकिस्तान में बैठा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा इस गैंग के शूटर्स का इस्तेमाल पंजाब में टारगेट किलिंग के लिए करता है। एनआईए ने बताया है कि 20 लाख रुपए 2019 में थाईलैंड में वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला को भेजा गया। फिर 2020 में 5 लाख दिया। हाल ही में काला का प्रत्यर्पण हुआ है। थाईलैंड में बिश्नोई गैंग का पैसा इन्वेस्ट करने वाले मनीष भंडारी को भी 35 लाख, 30 लाख और 10 लाख भेजे गए। 2021 से हर महीने गोल्डी बराड़ को भी 2 लाख दिए गए। 2020 में ही गोल्डी को 20 लाख रुपए बिश्नोई गैंग ने भेजे। कनाडा में सैम नाम के शख्स को 50 लाख की रकम भेजी। इस बीच, दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक बठिंडा की जेल में कैद लॉरेंस बिश्नोई का प्रोडक्शन वॉरंट लिया गया है। उससे सनलाइट कॉलोनी के कारोबारी को अनमोल बिश्नोई की धमकी, गोल्डी बराड़ की दिल्ली के बिजनेसमैन और सिंगर हनी सिंह को धमकी भरे कॉल के अलावा जबरन उगाही के मामले में पूछताछ होगी।