
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौक पर किसानों द्वारा आयोजित ट्रैक्टर परेड को लेकर अब स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है। बता दें कि किसानों द्वारा दिल्ली सीमा से अंदर की तरफ प्रवेश करने की कोशिशें हो रही है। कई जगह किसानों ने पुलिस बैरिकेड को हटा दिया है तो कहीं पर पुलिस और किसानों के बीट टकराव की स्थिति बन गई है। जमा हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। बता दें कि दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों का जमावड़ा देखने को मिला। जिसके बाद पुलिस ने इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसान की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी। वही ट्विटर पर कई वीडियो ऐसे भी सामने आए हैं, जिनमें निहंग सिख द्वारा पुलिस पर तलवार के साथ हमला करने की कोशिश भी की जा रही है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पीली पगड़ी धारी निहंग सिख पुलिसकर्मियों को तलवार लेकर दौड़ा रहा है। भारी पुलिस बल होने के बाद भी निहंग सिख ने पुलिस पर तलवार से हमला करने की कोशिश की। वीडियो में एक युवक अपनी लाठी से भी वार करता हुआ दिखाई दे रहा है।
वीडियो-
This is an open war against the state pic.twitter.com/deJKWRGrVY
— Rahul Roushan (@rahulroushan) January 26, 2021
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ हमलावर अपने मुंह को पूरी तरह से ढके हुए हैं। ऐसे में वो पुलिस पर हमला भी कर रहे हैं। इसके अलावा सिंघु बॉर्डर से निकले किसानों के जत्थे की पुलिस से भिड़ंत देखने को मिली है। दरअसल किसानों का ट्रैक्टर मार्च, मुकरबा चौक से कंझावला जाने वाले था, लेकिन मेन मौके पर किसानों ने अपने रूट में बदलाव कर दिया। इसके बाद किसान का जत्था आउटर रिंग रोड की जाने लगा। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत भी हुई है। इस भिड़ंत में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। इसके साथ ही कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है।
निहंग सिख के हमले को लेकर वायरल हो रहे वीडियो पर लोगों कुछ इस तरह के रिप्लाई दिए..
They definitely are not poor, neither financially nor mentally.
This is a well planned and choreographed attack on India. This is nothing short of sedition. Period.
— Sarcasmatic (@Saracasmatic) January 26, 2021
This and a stone pelter in Kashmir has no difference. They all must be met with force.
— Shubham Kumawat ???? (@SKumawat_1005) January 26, 2021
This is a new version of peaceful people ????
— Thakur Sahab??? (@satnam81556668) January 26, 2021
एजेंडा तय है मकसद साफ है
अपनी राजनीति चमकाना है
आकाओं को खुश करना हैजैसे सीएए पर झूठ/अफवाह फैलाकर
देश को दंगों/अराजकता की आग में झोंका गया
वैसे ही किसान बिल पर
एमएसपी खत्म होने का डर, किसानों की जमीन जाने का डर,
दिखाकर, किसानों को भड़काकरदेश की सुख शांति में आग लगाना है
— Jai Bharat (@JaiBhar69341259) January 26, 2021
Shut up. They’re Anndaata. They can do anything they feel like.
— Mrs Rajvardhan (@MrsRajvardhan) January 26, 2021