
नई दिल्ली। नीति आयोग की बैठक में अपनी बात रखने के लिए कम समय दिए जाने और माइक बंद करने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों पर अब नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने नकारते हुए पूरी बात विस्तार से बताई। नीति आयोग के सीईओ सुब्रमण्यम ने कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बैठक में उपस्थित रहने के दौरान दोपहर के भोजन से पहले अपनी बात रखने का अनुरोध किया था। आम तौर पर हम वर्णानुक्रम में ही सबको अपनी बात रखने का मौका देते हैं। हमने इसका समयोजन करते हुए उनको पहले बोलने का मौका दिया। गुजरात के मुख्यमंत्री के बोलने से ठीक पहले रक्षा मंत्री ने ममता बनर्जी का नाम लिया तो उन्होंने अपनी बात रखी।
VIDEO | Here’s what NITI Aayog CEO BVR Subrahmanyam said on West Bengal CM Mamata Banerjee walking out of the Aayog’s meeting earlier today.
“The Chief Minister of West Bengal was present. She has made a request to be given a turn before lunchtime. Normally we would have gone… pic.twitter.com/dK2QpF96hb
— Press Trust of India (@PTI_News) July 27, 2024
सीईओ ने बताया कि हर सीएम को अपनी बात रखने के लिए सात मिनट का समय दिया गया था। स्क्रीन के ऊपर एक घड़ी होती है जो आपको शेष समय बताती है। तो यह सात से छह, पाँच, चार और तीन तक जाती है। उसके अंत में यह शून्य दिखाता है और कुछ नहीं। यहां तक कि समय समाप्ति के बाद बेल भी नहीं बजाई गई। इसके अलावा और कुछ नहीं हुआ। इसके बाद ममता बनर्जी ने कहा कि देखिए मैं और कुछ समय बोलना चाहती थी लेकिन मैं अब और नहीं बोलूंगी, और कुछ नहीं हुआ। हम सबने सुना। उन्होंने अपनी बातें रखीं और हमने सम्मानपूर्वक उनकी बातें सुनीं तथा नोट कीं। अब ऐसे में ममता का यह आरोप कि उनको कम समय दिया गया सरासर गलत है।
#WATCH | NITI Aayog CEO BVR Subrahmanyam says, “We had a lot of last-minute dropouts, I have speeches of some states who had not participated- Jharkhand and Puducherry. Not all have dropped out for boycott reasons. For those who did not participate, I always say that it is their… pic.twitter.com/gihaga4fdy
— ANI (@ANI) July 27, 2024
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ममता बनर्जी के आरोपों को नकारते हुए स्पष्टीकरण दिया था और बैठक के दौरान घटी पूरी बात बताई थी। नीति आयोग के सीईओ ने बैठक में न उपस्थित रहने वाले मुख्यमंत्रियों के बारे में बात करते हुए कहा कि बैठक से ठीक पहले अंतिम क्षणों में बहुत सारे लोग बाहर हुए। जिन लोगों ने बैठक में भाग नहीं लिया, उनके लिए मैं हमेशा कहता हूं कि यह उनका नुकसान है।