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दिल्ली चुनाव में बीजेपी की नैया पार लगाएंगे नीतीश, विपक्ष के अरमानों पर फिरा पानी

दिल्ली और बिहार का समीकरण कुछ मामलों में एक सा है। जेडीयू को लगता है कि अगर यहां मुस्लिम मतदाता एकजुट होंगे तो उसके जवाब में हिंदू वोटरों का ध्रुवीकरण का लाभ बीजेपी और उनके गठबंधन को ही मिलेगा।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की एंट्री होने वाली है। नीतीश कुमार 30 जनवरी के बाद दिल्ली पहुंचेंगे। उनके आने से बीजेपी और जेडीयू के बीच फूट की खबर फैला रहे विपक्ष को तगड़ा झटका लगा है।

Bihar CM Nitish Kumar And BJP Chief Amit Shah
फाइल फोटो

दिल्ली विधान सभा के चुनाव प्रचार पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने तस्वीर साफ कर दी है। उन्होंनेे कहा, “चुनाव प्रचार के लिए मुझे बुलाया जा रहा है। 30 जनवरी तक मेरी व्यस्तता बिहार में है। 30 जनवरी के बाद चुनाव प्रचार में दिल्ली जाऊंगा।”

विपक्ष नीतीश कुमार से एनपीआर और नागरिक क़ानून पर बीजेपी के खिलाफ जाने की उम्मीद कर रहा था। उसे उम्मीद थी कि नीतीश का स्टैंड बीजेपी के भीतर खलबली मचा देगा। मगर नीतीश कुमार का अपना फीडबैक है।

Amit shah Delhi Election

जेडीयू के भीतर सोच है कि उन्होंने ट्रिपल तलाक़ और धारा 370 पर केंद्र सरकार के क़दम के ख़िलाफ़ स्टैंड लिया था मगर इसका उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। बिहार में हुए उपचुनाव में मुस्लिम मतदाताओं ने उनके उम्‍मीदवारों को वोट नहीं दिया। ऐसे में नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ बोलने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं।

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दिल्ली और बिहार का समीकरण कुछ मामलों में एक सा है। जेडीयू को लगता है कि अगर यहां मुस्लिम मतदाता एकजुट होंगे तो उसके जवाब में हिंदू वोटरों का ध्रुवीकरण का लाभ बीजेपी और उनके गठबंधन को ही मिलेगा। दिल्ली में विधानसभा के चुनाव में एक सीट पर राजद और जेडीयू आमने सामने है। दिल्ली में आरजेडी-कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ है, जिसमें बुराड़ी विधानसभा की सीट तालमेल के तहत आरजेडी के खाते में गई है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जेडीयू के बीच समझौते के तहत बुराड़ी विधानसभा की सीट जेडीयू के कोटे में गई है। इस सीट से जेडीयू अपना उम्मीदवार देगी। इसलिए भी ये मुकाबला बेहद दिलचस्प हो उठा है।