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UP: अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर के 2 प्राचीन मंदिरों में नहीं जा सकेंगे मुसलमान, हिंदुओं के लिए भी ड्रेस कोड लागू

दोनों ही मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले हिंदुओं के लिए ड्रेस कोड भी लागू हुआ है। यहां अब हिंदू शालीन और मर्यादित कपड़े पहनकर आने पर ही अंदर दर्शन कर सकेंगे। वरना उनको बाहर से ही लौटा दिया जाएगा।

अलीगढ़/मुजफ्फरनगर। त्रयंबकेश्वर मंदिर में कुछ मुसलमानों के जबरन प्रवेश की कोशिश की खबरें आई थीं। अब यूपी के अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर के 2 मंदिरों में मुसलमानों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। दोनों ही मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले हिंदुओं के लिए ड्रेस कोड भी लागू हुआ है। यहां अब हिंदू शालीन और मर्यादित कपड़े पहनकर आने पर ही अंदर दर्शन कर सकेंगे। वरना उनको बाहर से ही लौटा दिया जाएगा। अलीगढ़ के श्री गिलहराज मंदिर में हिंदुओं के लिए ड्रेस कोड वाले पोस्टर लगाए गए थे। जिनको बाद में हटा दिया गया। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि छोटे कपड़े, कटी-फटी जींस, हाफ पैंट, बर्मूडा वगैरा पहनकर मंदिर में प्रवेश नहीं किया जा सकता।

मुजफ्फरनगर के नामचीन बालाजी मंदिर में भी हिंदुओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया है। यहां हाफ पैंट, बर्मूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस में नहीं आने दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने ऐसे कपड़ों में आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे बाहर से ही दर्शन कर लें। मंदिर में बाकायदा इसका नोटिस लगाया गया है। सभी हिंदू महिला और पुरुषों से आग्रह किया गया है कि वे मर्यादित कपड़े पहनकर ही बालाजी मंदिर में प्रवेश करें।

notice for dress code of hindu devotees

हिंदी अखबार अमर उजाला से बालाजी मंदिर के कानूनी सलाहकार अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि नोटिस के जरिए हिंदू श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है। वहीं, मंदिर प्रबंधन के अध्यक्ष शंकर तायल ने कहा कि नोटिस लगाने से पहले कुछ लोगों की सहमति भी ली गई। सभी से विनम्र अपील है कि वे मर्यादित कपड़ों में ही मंदिर आएं और दर्शन करें। यूपी में हाल के दिनों में ये पहला मामला है, जब दो मंदिरों के प्रबंधन ने नियम-कायदे लागू किए हैं। देश के तमाम मंदिरों में पहले से ही मर्यादित वस्त्र पहनने और गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के नियम लागू हैं।