नोएडा। पुलिस पहले भी थी। पुलिस आज भी है। पहले पुलिस को सरकारें और नेता अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते थे। 2017 में सत्ता संभालने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस के उस पुराने बदरंग और बदनाम चेहरे को पूरी तरह मिटा दिया। योगी के राज में पुलिस सबकी हिफाजत करती है। उनके चेहरों पर खाकी देखकर भरोसा और खुशियां झलकती हैं।
ऐसा ही अब नोएडा की कमिश्नरेट पुलिस ने किया है। नोएडा पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान चलाकर 72 बच्चों को उनके परिवारों से फिर मिला दिया। लापता बच्चों को बरामद करने वाली टीम के अफसरों को पुरस्कार दिया गया है। नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने खुद इन बच्चों को उनके परिवारों को सौंपा। सभी परिवारों ने पुलिस के इस बेहतरीन कदम की तारीफ की है।
बच्चों की बरामदगी के लिए नोएडा पुलिस की टीम ने टेक्नोलॉजी का भी सहारा लिया और दूर-दराज से भी बच्चों को बरामद कर ले आई। पुरस्कार पाने से टीम के सदस्य भी उत्साहित हैं। वे अन्य लापता बच्चों की तलाश में भी जुटे हैं। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक अभी ऑपरेशन मुस्कान खत्म नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि बरामद बच्चों में से ज्यादातर नाराज होकर घर से चले गए थे। जिसके बाद कुछ लोग इनका पालन-पोषण कर रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि बाकी लापता बच्चों को भी हर हाल में तलाशकर उनके परिवारों को सौंपा जाएगा।
नोएडा पुलिस लगातार बच्चों को ट्रैक करने में जुटी हुई है। इसके तहत उनकी तस्वीरों को सूबे के सभी पुलिस थानों को भेजा गया है। साथ ही जीआरपी और आरपीएफ को भी बच्चों की तस्वीरें भेजी गई हैं। हर सूचना पर नोएडा पुलिस की टीम तुरंत कार्रवाई करती है और इसी तेज-तर्रार कार्रवाई का ही नतीजा है कि अभी 72 बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया जा सका है।