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G-20 Meeting: जी-20 बैठक से चीन ही नहीं, बल्कि इन देशों ने भी किया किनारा, जानिए वजह

G-20 Meeting: हालांकि, अभी तक तुर्किए की ओर से इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन कूटनीतिक विशेषज्ञ इसके पीछे की वजह बताते हुए कहते हैं कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है। ऐसे में तुर्किए खुद को इस्लामिक दुनिया का सबसे बादशाह स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, जिसे ध्यान में रखते तुर्किए ने इस बैठक से किनारा किया है।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद पहली बार जी-20 बैठक का आयोजन श्रीनगर में होने जा रहा है। पहले यह बैठक गुलमर्ग में होना था, लेकिन बीते दिनों खबर आई थी कि गुलमर्ग में एक आतंकी 26/11 की तर्ज पर घाटी को दहलाने की फिराक में था। उसने खुद यह खुलासा पूछताछ में किया था। जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि जी-20 बैठक श्रीनगर में आयोजित की जाएगी। जिस पर पाकिस्तान शुरू से ही आपत्ति जताता आ रहा है। वहीं, आज एक बार फिर से पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने पीओके विधानसभा को संबोधित करने के क्रम में जी-20 बैठक पर आपत्ति जताई।

चीन ने किया बैठक से किनारा

बता दें कि पाकिस्तान द्वारा जी-20 सम्मेलन से किनारा करने के बाद अब चीन ने भी इस बैठक से किनारा कर लिया है। चीन ने बयान जारी कर कहा कि वो किसी भी विवादित स्थल में आयोजित होने जा रहे वैश्विक कार्यक्रम में हिस्सा लेना पसंद नहीं करेगा, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। बता दें कि जी 20 सम्मलेन में बीस देशों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन अब इसमें 17 देश ही शामिल होंगे, क्योंकि आपको बता दें कि इस बैठक से किनारा महज चीन ने ही नहीं, बल्कि तुर्किए और सऊदी अरब ने भी किनारा कर लिया है। अब ऐसे में चीन द्वारा बैठक से किनारा करने की बात तो समझ आती है, लेकिन तुर्किए और सऊदी अरब ने क्यों इस बैठक से किनारा किया। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं।

तुर्किए ने क्यों किया बैठक से किनारा  

ध्यान रहे कि बीते दिनों जब तुर्किए में भूकंप आया था, तो भारत ने ऑपरेशन कावेरी के जरिए वहां फंसे लोगों को बचाया था, जिससे दोनों देशों के मित्रवत संबंध प्रगाढ़ भी हुए थे, लेकिन अब जिस तरह से तुर्किए ने बैठक से किनारा किया है, उसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, अभी तक तुर्किए की ओर से इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

लेकिन कूटनीतिक विशेषज्ञ इसके पीछे की वजह बताते हुए कहते हैं कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है। ऐसे में तुर्किए खुद को इस्लामिक दुनिया का बादशाह स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, जिसे ध्यान में रखते उसने इस बैठक से किनारा किया है।

सऊद अरब ने क्यों किया किनारा  

इस संदर्भ में कूटनीतिक विशेषज्ञों ने कोई ठोस वजह तो नहीं बताया है, लेकिन इतना जरूर कहा जा रहा है कि इस्लामिक एकता को मजबूत करने की दिशा में दोनों ही मुल्कों ने जी-20 बैठक से किनारा किया है।