
नई दिल्ली। दुनिया में एक बार फिर कोरोना के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। कोरोना के ज्यादा मामले चीन ,जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया में ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इन सभी देशों में ओमीक्रॉन वायरस के सब वैरिएंट XBB 1.5 ने कोहराम मचा रखा है। इस वेरिएंट की फैलने की क्षमता कोरोना के बाकी वेरिएंट से काफी ज्यादा है। चौंकाने वाली बात ये है कि ओमीक्रॉन वायरस के सब वैरिएंट XBB 1.5 ने भारत में भी दस्तक दे दी है और अब तक पूरे देश में इसके पांच मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि क्या ये नया वेरिएंट भारत में नुकसान कर सकता है?
कैसे बना ये खतरनाक वैरिएंट
वैज्ञानिकों की मानें तो ये खतरनाक वेरिएंट कोरोना के कई वेरिएंट और म्यूटेशन से मिलकर बना है। पहले BJ1 और BM1.1.1 कोरोना वेरिएंट बने, जिससे XBB वेरिएंट बना। इसके बाद XBB ने अपने रूप में बदलाव किया और वो XBB1 बना। जिसके बाद XBB1 और पहले से मौजूद कोरोना वेरिएंट G2502V ने मिलकर इस खतरनाक वेरिएंट XBB 1.5 को बनाया। XBB 1.5 इतना ज्यादा खतरनाक है कि इसकी फैलने की क्षमता बाकी वेरिएंट से 140 गुना ज्यादा है। इसी वेरिएंट से विदेशों में 40 फीसदी तक लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब क्या भारत में भी वायरस इसी स्पीड से फैलेगा और लोगों को संक्रमित करेगा।
भारत के लिए वेरिएंट है खतरनाक
अमर उजाला से बात करते हुए जनरल फिजिशियन डॉ. महेश भार्गव ने बताया कि देश में तकरीबन 95 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली और 85 से ज्यादा फीसदी लोगों को दूसरी डोज और 25 करोड़ लोगों को बूस्टर डोज तक लग चुका है। ऐसे भी सभी के शरीर में हर्ड इम्यूनिटी, इम्यूनिटी इम्यूनिटी है। ऐसे में वायरस लोगों को ज्यादा संक्रमित करता भी है तो हर्ड इम्यूनिटी, कम्युनिटी इम्यूनिटी उससे लड़ने में मदद करेगा। हालांकि ये जानलेवा नहीं है।