नई दिल्ली। रामचरितमानस को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य कोई ना कोई विवादित बयान देते हुए सुने जा सकते हैं, लेकिन अपने इन्हीं बयानों को लेकर अब पूर्व मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, सोमवार को रायबरेली में आयोजित कांशीराम प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद ने 1993 वाला नारा एक बार फिर दोहराया। स्वामी प्रसाद द्वारा जब मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्रीराम का नारा लगवाना हिंदू युवा वाहिनी को नागवार गुजरा। इसके बाद शहर कोतवाली में हिंदू युवा वाहिनी के जिला मंत्री मारुति पार्टी की तहरीर पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का केस मंगलवार की शाम को दर्ज किया गया। मामले की विवेचना क्षेत्राधिकारी को भेजी है।
आपको बता दें कि इस मामले पर हिंदू युवा वाहिनी के जिला मंत्री मारुति त्रिपाठी ने शहर कोतवाल को मंगलवार की शाम प्रार्थना पत्र देकर कहा कि विभिन्न ने सोशल मीडिया पर फार्मो पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या यह कहते सुने जा रहे हैं कि ‘मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम’। उनका आरोप है कि इससे सनातनी समाज की धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गौरा विकास क्षेत्र स्थित शिक्षण संस्थान काशीराम महाविद्यालय में सोमवार को काशीराम की मूर्ति के अनावरण का कार्यक्रम आयोजित था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा मुखिया अखिलेश यादव थे। सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई सपा नेता इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसी कार्यक्रम में श्री मौर्य के संबोधन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें ही धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली बात स्वामी प्रसाद मौर्या कहते नजर आ रहे हैं। हालांकि इसकी सत्यता क्या है उसकी हम पुष्टि नहीं कर सकते हैं।