नई दिल्ली। बीजेपी द्वारा उपराष्ट्रपति चुनाव में बतौर उम्मीदवार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के जवाब में विपक्षी दलों की तरफ से किस उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा। इस पर सभी की निगाहें टिकी थी। सभी यह जानने के लिए बेताब थे कि आखिर विपक्ष की तरफ से धनखड़ के जवाब में किसे मैदान में उतारा जाता है। हालांकि, धनखड़ को चुनावी मैदान में उतारकर बीजेपी ने अपने सारे पत्ते खोल दिए हैं। सियासी पंडितों की माने तो विपक्ष राष्ट्रपति के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव में भी अपनी दुर्गति कराने के लिए तैयार हो चुका है, क्योंकि विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति चुनाव में बतौर प्रत्याशी मागरिट आल्वा को उतारा गया है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने खुद विपक्षी दलों के बैठक के उपरांत उनके नाम का ऐलान किया है। अब ऐसे में तो खेल शुरू होने से पहले ही खत्म हो चुका है। लेकिन, जो भी हो, अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में कौन किसको टक्कर दे पाता है।
Delhi | Opposition’s candidate for the post of Vice President of India to be Margaret Alva: NCP chief Sharad Pawar pic.twitter.com/qkwyf7FMOw
— ANI (@ANI) July 17, 2022
कोई खास सियासी मायने नहीं हैं
आपको बता दें कि जिस तरह बीजेपी ने धनखड़ को चुनावी मैदान में उतारकर एक तीर से कई निशाने किए हैं, इस तरह की कोई सियासी दूरदर्शियता विपक्ष की ओर से देखने को नहीं मिल रही है। विपक्ष ने लंबी चर्चा-परिचर्चा के बाद मारगिट के नाम पर अंतिम मुहर लगाई है।
ध्यान रहे कि विपक्षी दलों में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान किए जाने के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को उतारने को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी था, लेकिन अफसोस जिस तरह के उम्मीदवार को विपक्ष की ओर से उतारा गया है, उसे देखकर तो यह कहना मुनासिब ही रहेगा कि विपक्ष की ओर से की गई कोई भी बैठक सार्थक साबित नहीं हुई है। फिलहाल अब सभी को उस दिन का इंतजार है, जब उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सार्वजनिक होंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कौन बाजी मारने में कामयाब रहेगा।