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Budget 2023: मोदी सरकार के बजट से विपक्षी खुश, तारीफ में फारुक अब्दुल्ला-कार्ति चिदंबरम ने कह दी ये बात

Budget 2023: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है। टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है। लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है।”

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने आज अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश किया। सरकार ने इस बजट में हर तबके को  साधने की कोशिश की। इसके साथ देश को बड़ा तोहफा दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में अपने पांचवें बजट में मिडिल क्लास को रिलीफ देने की कोशिश की है। फाइनेंस मिनिस्टर सीतारमण ने मध्यम वर्ग को टैक्स स्लैब में बड़ी राहत दी है। अब 7 लाख तक की सैलरी वालों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा। वित्त मंत्री ने अपने बजट में कई नई योजनाओं का भी ऐलान किया। इसके अलावा रेलवे, डिफेंस, स्वास्थ्य, किसान और शिक्षा समेत कई क्षेत्रों में कई बड़े ऐलान किए। वहीं मोदी सरकार के इस बजट पर कई दलों के नेताओं के रिएक्शन सामने आए हैं।

FM Nirmala Sitharaman

कार्ति चिदंबरम ने कही ये बात-

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री सरकार के बजट पर कुछ ऐसा कहा जिसके बाद विपक्ष दलों के अंदर आपस में ही घमासान मच सकता है। दरअसल दोनों ही नेताओं ने बजट पर पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है। टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है। लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है।”

फारुक अब्दुल्ला ने ये दिया रिएक्शन

इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी मोदी सरकार के बजट की तारीफ में कसीदे गढ़ते हुए कहा, ”बजट में मध्यम वर्ग को मदद दी गई है, सबको कुछ न कुछ दिया गया है। डेढ़ घंटे तक हमने बजट सुना अब हम इसपर बात करेंगे जब मौका आएगा।”

जाने बजट को लेकर किसने क्या कहा?

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं। बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था। सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई।