
नई दिल्ली। लोकतंत्र में संसद की अपनी एक अहम भूमिका होती है, जहां जनता से संदर्भित मुद्दे उठाए जाते हैं। उस पर बहस की जाती है। चर्चा-परिचर्चा की जाती है, ताकि निकट भविष्य में जनता के हित में कदम उठाए जा सकें। इसके लिए संसद में तीन सत्रों का आयोजन किया जाता है, जहां सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष पक्ष के नेता एकत्रित होते हैं और जनता से संदर्भित मुद्दों को उठाते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से संसद बहस का अखाड़ा बन चुकी है। विपक्ष सत्तापक्ष के साथ सार्थक बहस करने के लिए कतई तैयार नहीं है। हालात ऐसे बन चुके हैं कि संसद का पूरा समय वार-प्रतिवार में ही गुजर जा रहा है। लेकिन संसद के दोनों ही सदनों के प्रमुख किसी भी ऐसे सांसद के खिलाफ कोई भी कड़ी कार्रवाई करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं, जो कि संसदीय गतिविधियों में बाधा पहुंचाए। आज इसका नमूना एक बार फिर से हम सभी को देखने को मिला है।
19 opposition Rajya Sabha MPs suspended for the remaining part of the week for storming well of the House and raising slogans https://t.co/cyLSmWIvd3 pic.twitter.com/wGvlQQLNF5
— ANI (@ANI) July 26, 2022
आपको बता दें कि आज संसदीय गतिविधियों में बाधा पहुंचाने के आरोप में राज्यसभा ने विपक्ष ने 19 सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया है। इन सांसदों पर आरोप है कि संसदीय गतिविधियों में बाधा पहुंचाने की कोशिश की है। बता दें कि इससे पहले बीते सोमवार को भी विपक्ष के चार सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।