
नई दिल्ली। भारी बारिश कहर बनकर दिल्लीवासियों पर टूट रही है। आलम यह है कि अब लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। स्कूल,कॉलेज, दफ्तर सहित सभी संस्थानों पर ताला जड़ दिया गया है। सभी सार्वजनिक संस्थाएं बंद कर दिए गए हैं। उधर, यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसे लेकर राजनीति का पारा गरम है। आप और बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। उधर, बीते दिनों दिल्ली के सीएम केजरीवाल प्रेसवार्ता में यह स्वीकार कर चुके हैं कि दिल्ली का सिस्टम इतना मजबूत नहीं है कि ऐसी विपदा का सामना किया जा सकें। वहीं, केंद्र सरकार भी दिल्ली में भारी बारिश पर लगातार नजर बनाई हुई है। बीते दिनों अमित शाह ने भी अधिकारियों संग इस संदर्भ में बैठक की थी।
वहीं, फ्रांस और दुबई के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली पहुंचते ही बाढ़ की वर्तमान स्थिति को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात की। प्रधानमंत्री ने यमुना में बढ़े जलस्तर को लेकर उपराज्यपाल से बात की और अब तक सुधार की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी जुटाई। इससे पहले फ्रांस से भी पीएम मोदी ने दिल्ली में भारी बारिश को लेकर चिंता जताई थी। वहीं, बीते दिनों एलजी वीके सक्सेना खुद यमुना के पास पहुंचे थे और मौजूदा स्थिति का जायजा लिया था। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों संग बैठक भी की थी।
Immediately after arriving in Delhi, PM Narendra Modi spoke to LG VK Saxena about the status of the flood-like situation in Delhi due to the increase in the water level of Yamuna River and the progress achieved in mitigation: Source
— ANI (@ANI) July 15, 2023
इसके अलावा एलजी लगातार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के संपर्क में बने हुए हैं। ध्यान दें कि इससे पहले 1978 में दिल्ली में बाढ़ का कहर देखने को मिला था। उधर, यमुना की समय पर सफाई नहीं होने की वजह से अब जिस तरह से उसमें बारिश का पाना एकत्रित हुआ है, उसकी वजह से भी उसके जलस्तर में इजाफा देखा जा रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और दुबई के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने दोनों राष्ट्रध्यक्षों के साथ कई ऐसे समझौते किए हैं, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारने की कवायद शुरू की जाएगी।