
नई दिल्ली। सेना में जवानों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों के भविष्य के संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी आज योग दिवस के बाद दिल्ली लौटने पर सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे। सबसे पहले उनकी मुलाकात नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार से होगी। इसके बाद मोदी से मिलने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और उसके बाद सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय पहुंचेंगे। तीनों सेनाध्यक्षों से मुलाकात के दौरान पीएम योजना में अब तक लिए गए फैसलों और उससे आगे क्या किया जाए, इस बारे में भी उनका फीडबैक लेंगे।
बता दें कि अग्निपथ योजना के एलान के बाद से ही बिहार समेत कई राज्यों में हिंसा और उपद्रव की घटनाएं शुरू हो गई थीं। तमाम जगह ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया था। रेलवे को इन उपद्रव और आगजनी की वजह से अब तक करीब 700 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। इस नुकसान में आगजनी से नष्ट ट्रेनों के कोच और इंजन भी हैं। पुलिस ने इस मामले में रविवार रात तक 1000 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया था। गिरफ्तार लोगों में कई कोचिंग के संचालक भी हैं। संचालकों के बारे में पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने ही युवाओं को भड़काया और हिंसा कराई।
सेना के तीनों अंगों की ओर से रविवार को ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया गया था कि अग्निपथ योजना कतई वापस नहीं ली जाएगी। सेना ने ये भी कहा है कि आगे चलकर योजना में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं, लेकिन भविष्य के वास्ते सेना की रूपरेखा तय करने के लिए अग्निवीरों की ही अब भर्ती की जाएगी। जिनमें से 25 फीसदी को 4 साल बाद उनकी परफॉर्मेंस देखकर आगे सेना में रखा जाएगा। बाकी 75 फीसदी को रिटायर किया जाएगा।