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Sudarshan Setu: पीएम मोदी ने ओखा से बेट द्वारका के बीच बने सुदर्शन सेतु का किया उद्घाटन, जानिए इस पुल की खासियत

Sudarshan Setu: इस पुल को बनाने की आधारशिला साल 2017 में रखी गई थी। इस पुल के शुरू होने के बाद तीर्थयात्रियों को बेट द्वारका तक नाव से नहीं जाना होगा। ओखा और बेट द्वारका के बीच बने इस पुल को बनाने में 978 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

बेट द्वारका। पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। गुजरात दौरे में पीएम मोदी आज सुबह बेट द्वारका पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने बेट द्वारका और ओखा के बीच नए बने सिग्नेचर ब्रिज का लोकार्पण किया। इसे सुदर्शन सेतु का नाम दिया गया है। सुदर्शन पुल के बन जाने से ओखा और बेट द्वारका आने-जाने वाले लोगों और तीर्थयात्रियों के लिए आसानी हो जाएगी। इससे पहले ओखा से बेट द्वारका जाने के लिए सिर्फ नाव का ही सहारा था। नाव के जरिए ओखा से बेट द्वारका जाने में 5 घंटे लग जाते थे। अब सुदर्शन सेतु के बन जाने से स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों को महज 2 घंटे लगेंगे और इससे पर्यटन में भी काफी बढ़ावा मिल सकेगा।

पीएम मोदी जहां भी जाते हैं, उनकी कोशिश रहती है कि स्थानीय मंदिर में पूजा की जाए। सुदर्शन सेतु के लोकार्पण के लिए बेट द्वारका पहुंचे पीएम मोदी ने यहां भी मंदिर में पहले पूजा की।

अब आप देखिए सुदर्शन सेतु का विहंगम नजारा। जिसे केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने शेयर किया है।

इस पुल को बनाने की आधारशिला साल 2017 में रखी गई थी। इस पुल के शुरू होने के बाद तीर्थयात्रियों को बेट द्वारका तक नाव से नहीं जाना होगा। ओखा और बेट द्वारका के बीच बने इस पुल को बनाने में 978 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इस पुल को भारत का सबसे लंबा केबल पर टिका होने का भी गौरव हासिल है। ओखा और बेट द्वारका के बीच बने सिग्नेचर पुल में फुटपाथ के ऊपरी हिस्सों पर सौर ऊर्जा वाले पैनल लगाए गए हैं। इनसे 1 मेगावाट बिजली पैदा होती है। पुल के दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों और गीता के श्लोक लिखे फुटपाथ बने हैं।

यहां आने वाले तीर्थयात्री बेट द्वारका और ओखा के बीच बने पुल के शुरू होने से बहुत उत्साहित भी हैं। दिन के अलावा रात में भी पुल से होकर लोग गुजर सकेंगे। ओखा और बेट द्वारका के बीच बने सिग्नेचर पुल से देश के अलावा दुनियाभर के पर्यटक भी अब आसानी से भगवान द्वारिकाधीश के दर्शन करने का सौभाग्य हासिल कर सकेंगे। इसके अलावा ये पुल इतना खूबसूरत बना है, जिससे इसे गुजरात में एक और टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर भी पहचान मिलने की पूरी संभावना है।