
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में जनसभा को संबोधित करने के क्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज तक कांग्रेस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उसने दूसरों देशों के साथ क्या गुप्त समझौते किए हैं, लेकिन देश देख रहा है कि इस समझौते के बाद कांग्रेस को भारत की बुराई करने में और ज्यादा मजा आने लगा है। कांग्रेस को भारत की अच्छी बातों को बुरी बातों के रूप में पेश करने में मजा आने लगा है। ऐसा लगता है कि अब उनका भारत का प्रेम ही खत्म होता जा रहा है। लिहाजा मैं देशवासियों को आगाह करना चाहता हूं कि हमें अब कांग्रेस की इस साजिश से सतर्क रहना चाहिए। वहीं, इस दौरान पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि बघेल सरकार में अपराध बढ़ गया है। कानून-व्यवस्था बदहाल है।
Nation should beware of Congress party as it signed a secret document with another nation (China) : PM Modi attacks Congress in Chattisgarh pic.twitter.com/9zUjsBf7gz
— Ashish (@aashishNRP) October 3, 2023
इसके अलावा पीएम मोदी ने लगे हाथों यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक भारत के गरीब का है। बता दें कि जब से बिहार की नीतीश सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी किए हैं, तब से कांग्रेस की ओर से यह राग अलापा जा रहा है कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी है। इस पर पीएम मोदी ने बीते सोमवार को ग्वालियर में जनसभा को संबोधित करने के क्रम में स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस हिंदुओं को बांटने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि बीते सोमवार को नीतीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी किए थे, जिसमें सर्वाधिक आबादी 63 फीसद अति पिछड़ा वर्ग की है। इसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 फीसद है। सूबे की कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है, जिसमें से हिंदुओं की आबादी 10 करोड़ 71 लाख है। वहीं, मुस्लिमों की आबादी 2 करोड़ 31 लाख है, जबकि ईसाई 75 हजार, सिख 14 हजार, बौद्ध 11 हजार, जैन 12 हजार, अन्य धर्म 1.66 लाख है।
उधर, आबादी के अनुसार अगर जातियों के आकड़े देखें, तो बिहार में सर्वाधिक आबादी यादव 1.86 करोड़ है। दूसाध 69.43 लाख है। रविदास 68.69 लाख है। कुशवाहा 55 लाख, मुसहर 40.35 लाख, ब्राह्मण 47.81 लाख, राजपूत 45.10 लाख, कुर्मी 37.62 लाख, बनिया 30.26 लाख, कायस्थ 7, 857 है। वहीं, 54 लाख लोग अपने प्रदेश से बाहर रह रहे हैं। नीतीश सरकार का दांवा है कि उसने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले जातीय जनगणना जारी कर उसने बडा़ सियासी दांव चल दिया है, लेकिन ‘जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी’ राग से कहीं नीतीश सरकार खुद के बुने जाल में ना फंस जाए?