
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार 23 दिनों से जारी है। देशभर के कई किसान संगठन सरकार के द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोधस्वरूप सड़कों पर हैं और इसे किसी भी हाल में खारिज करने की मांग कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार के मंत्री और किसान नेताओं के बीच बेनतीजा ही सही कई दौर की बातचीत हो चुकी है और सरकार की तरफ से लगातार यह कहा जा रहा है कि वह किसानों के साथ हमेशा खूले मन से संवाद करने को तैयार हैं। वहीं किसान आंदोलन के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) किसानों से संवाद करेंगे। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसान सम्मेलन को शुक्रवार को पीएम मोदी संबोधित करेंगे, जिसमें 23 हजार पंचायत के किसान शामिल होंगे। कृषि कानून को लेकर पीएम मोदी यहां अपनी बात कह सकते हैं। साथ ही इस कार्यक्रम में पीएम मोदी किसानों को नए कृषि कानूनों के फायदे भी बताएंगे।
इससे पहले हाल ही में गुजरात के कच्छ पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों से मुलाकात की थी। वहीं वह जमकर विपक्ष पर बरसे भी थे। उन्होंने विपक्ष पर यह आरोप लगाया था कि किसानों को भ्रमित किया जा रहा है।
Prime Minister Narendra Modi to address farmers of Madhya Pradesh through video conferencing today.
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— ANI (@ANI) December 18, 2020
कच्छ में भी किसानोें से मिले थे पीएम मोदी
गुजरात के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्छ में विभिन्न समूहों के लोगों से मुलाकात की। इस मुलाकात की जो तस्वीरें सामने आईं, उसमें पीएम मोदी सिखों से मिलते दिखाई दे रहे हैं। पीएम मोदी इस दौरान उनके साथ बातचीत कर रहे थे। बता दें कि उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे। दरअसल सिखों के साथ पीएम मोदी की हुई इस मुलाकात के कई अर्थ निकाले जा रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर पंजाब के किसान पिछले 20 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। माना जा रहा था कि पीएम मोदी सिखों के साथ मुलाकात कर ये संदेश देना चाह रहे हों कि वो और उनकी सरकार हमेशा सिखों और पंजाब के किसानों के साथ है।
बता दें कि भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की साइट पर भी इस पीडीएफ अपलोड की गई है, जिसका शीर्षक है- प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार का सिख समुदाय के साथ अटूट संबंध। पहली ही तस्वीर में पीएम मोदी पगड़ी में दिख रहे हैं। इसमें विस्तृत जानकारी के जरिए बताया गया है कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सिखों के लिए कितने काम किए हैं।