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PM Cares for Children Scheme: कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को पीएम मोदी का बड़ा तोहफा, स्‍कॉलरशिप और एजुकेशन लोन का ऐलान

PM Cares for Children Scheme: बता दें कि पीएम मोदी ने कोरोना से अनाथ बच्चों के लिए ये योजना 29 मई 2021 को शुरू की गई थी। इसके तहत 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक कोरोना से माता-पिता और अभिभावक खो चुके बच्चों की मदद की जाती है।

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने आज 8 साल पूरे कर लिए है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अनाथ बच्चों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को गंवा चुके बच्चों को ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना की शुरुआत की। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत कोविड से अनाथ हुए बच्चों को स्कॉलरशिप समेत कई सुविधाएं दी जाएंगी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन,आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे। यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है।”

PM Narendra Modi

बता दें कि पीएम मोदी ने कोरोना से अनाथ बच्चों के लिए ये योजना 29 मई 2021 को शुरू की गई थी। इसके तहत 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक कोरोना से माता-पिता और अभिभावक खो चुके बच्चों की मदद की जाती है। पीएम मोदी ने कहा कि, ”बच्चे जब स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेंगे तो उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए और रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए 18 साल से 23 साल तक के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए आपको एक साथ मिलेगा।” इसके अलावा पीएम मोदी ने ये भी बताया कि प्रोफेशनल कोर्स या हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशनल लोन चाहे तो उसे भी ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ के जरिए हेल्प की जाएगी।

जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार की योजना के तहत हर पीड़ित बच्चे को बालिग होने तक 10 लाख रुपए की मदद दी जानी है। ये राशि उन्हें 23 साल की उम्र में मिलेगी। साथ ही अनाथ बच्चों के रहने और खाने-पीने के अलावा शिक्षा का इंतजाम भी सरकार ही करती है। इसके अलावा मोदी सरकार इस योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए अनाथ बच्चों को एजुकेशन लोन भी दिया जाएगा। साथ ही हर बच्चे को 5 लाख रुपए का बीमा भी दिया गया है। इस बीमा की किस्त भी केंद्र सरकार देती है।