नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने आज 8 साल पूरे कर लिए है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अनाथ बच्चों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को गंवा चुके बच्चों को ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना की शुरुआत की। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत कोविड से अनाथ हुए बच्चों को स्कॉलरशिप समेत कई सुविधाएं दी जाएंगी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन,आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे। यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है।”
बता दें कि पीएम मोदी ने कोरोना से अनाथ बच्चों के लिए ये योजना 29 मई 2021 को शुरू की गई थी। इसके तहत 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक कोरोना से माता-पिता और अभिभावक खो चुके बच्चों की मदद की जाती है। पीएम मोदी ने कहा कि, ”बच्चे जब स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेंगे तो उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए और रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए 18 साल से 23 साल तक के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए आपको एक साथ मिलेगा।” इसके अलावा पीएम मोदी ने ये भी बताया कि प्रोफेशनल कोर्स या हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशनल लोन चाहे तो उसे भी ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ के जरिए हेल्प की जाएगी।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं को जारी किया। pic.twitter.com/5Phnpc5Rts
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 30, 2022
जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार की योजना के तहत हर पीड़ित बच्चे को बालिग होने तक 10 लाख रुपए की मदद दी जानी है। ये राशि उन्हें 23 साल की उम्र में मिलेगी। साथ ही अनाथ बच्चों के रहने और खाने-पीने के अलावा शिक्षा का इंतजाम भी सरकार ही करती है। इसके अलावा मोदी सरकार इस योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए अनाथ बच्चों को एजुकेशन लोन भी दिया जाएगा। साथ ही हर बच्चे को 5 लाख रुपए का बीमा भी दिया गया है। इस बीमा की किस्त भी केंद्र सरकार देती है।