नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई संसद भवन का उद्घाटन किया। इस खास मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। साधु-संतों द्वारा किए गए वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी ने नई लोकसभा का उद्घाटन किया। इस बीच प्रधानमंत्री ने नई संसद भवन का निर्माण करने वाले श्रमिकों से भी मुखातिब हुए और सॉल पहनाकर उन्हें सम्मानित किया। वहीं, अब विपक्षी की ओर से इस पर अपमानजनक टिप्पणी भी सामने आ रही है। जिसकी शुरुआत सबसे पहले आरजेडी ने अपने ट्वीट से किया है। बता दें कि आरजेडी ने नई संसद भवन की तुलना ताबूत से कर दी है। जिस पर बीजेपी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। वहीं, अब नई संसद भवन पर पीएम मोदी का ट्वीट सामने आया है। दरअसल, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘जैसे ही भारत की संसद के नए भवन का उद्घाटन हुआ है, हमारे दिल और दिमाग गर्व, आशा और वादे से भर गए हैं। यह प्रतिष्ठित इमारत सशक्तिकरण, सपनों को जगाने और उन्हें हकीकत में बदलने का उद्गम स्थल हो। यह हमारे महान राष्ट्र को प्रगति की नई ऊंचाइयों तक ले जाए।
As the new building of India’s Parliament is inaugurated, our hearts and minds are filled with pride, hope and promise. May this iconic building be a cradle of empowerment, igniting dreams and nurturing them into reality. May it propel our great nation to new heights of progress. pic.twitter.com/zzGuRoHrUS
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2023
वहीं, नई संसद भवन का उद्घाटन के बाद वैदिक मंचोच्चार के बीच आज लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के बगल में सेंगोल को स्थापित किया गया। बीते शनिवार को ही तमिलनाडु से आए अधीनमों ने पीएम मोदी को उनके आवास में सोंगेल सौंपा था। बता दें कि इस सेंगोल पर विवाद जारी है। दरअसल, सेंगोल को चोल राजवंश में सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक माना जाता था, जिसे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू को भारत के आखिरी वॉयसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने सौंपा था, लेकिन देश की आजादी के कुछ वर्षों बाद ही यह ऐतिहासिक प्रथा विलुप्त हो चुकी थी, जिसे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्जीवित करने का काम किया है, जिस पर अभी विवाद छिड़ा हुआ है। उधर , कांग्रेस ने इस सेंगोल को बोगस यानी की बेकार बता दिया था, जिस पर बाद में विवाद भी हुआ था।