
नई दिल्ली। दशहरे के दिन गुजरात के मेहसाणा में एक दर्दनाक हादसे में 7 मजदूरों की मौत हो गई। एक निर्माणाधीन स्टील कंपनी में खुदाई का काम करते समय अचानक मिट्टी धंस गई और मजदूर उसमें दब गए। जैसे ही सूचना मिली तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कराया गया। मिट्टी से अब तक 7 मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं वहीं कुछ और मजदूरों के दबे होने की भी आशंका है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दु:ख जताते हुए मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान किया है। वहीं घायल मजदूरों के लिए भी पीएम ने 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की है।
#WATCH | Gujarat: Rescue operation underway after the wall of a private company collapsed near Jasalpur village in Kadi taluka of Mehsana district pic.twitter.com/ssI7mQlAMK
— ANI (@ANI) October 12, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, गुजरात के मेहसाणा में दीवार गिरने से हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इसमें जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं हैं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहन करने का संबल प्रदान करे। इसके साथ ही मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटा है।
An ex-gratia of Rs. 2 lakhs from PMNRF would be given to the next of kin of each deceased in the mishap in Mehsana, Gujarat. Rs. 50,000 would be given to those injured. https://t.co/KUJqI32dEW
— PMO India (@PMOIndia) October 12, 2024
उधर, काम करने वाले दूसरे मजदूरों और मारे गए लोगों के परिजनों का आरोप है कि सुरक्षा संबंधी नियमों को ताक पर रखकर मिट्टी खोदाई का काम कराया जा रहा था। मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए गए थे। अगर मिट्टी का धंसाव रोकने की व्यवस्था बनाई जाती तो मजदूर मिट्टी में दबते नहीं और इतना बड़ा हादसा न होता। पीड़ित परिजनों का एक तरफ रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है वहीं फैक्ट्री मालिकों के प्रति गुस्सा भी दिख रहा है। उधर, पुलिस प्रशासन की ओर से पीड़ित परिजनों को दिलासा दिलाते हुए यह विश्वास दिलाया गया है कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी और इसमें लापरवाही के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।