newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Pravasi Bharatiya Divas 2023: ‘अपुन का इंदौर, देश ही नहीं पूरी दुनिया में लाजवाब है’, प्रवासी भारतीय सम्मेलन में बोले PM मोदी

Pravasi Bharatiya Divas 2023: पीएम मोदी ने आगे कहा, इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश में एक अलग पहचान साबित की है। खाने-पीने के लिए अपुन का इंदौर, देश ही नहीं पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौर की नमकीन का स्वाद यहां के लोगों का पोहा का पैशन, साबूदाने की खिचड़ी, कचौड़ी, समोसे, शिकंजी जिसने भी इसे देखा। उसके मुंह का पानी नहीं रूका।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर में 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। बता दें कि साल 2019 के बाद कोविड महामारी के बाद यानि चार साल बाद पहली बार सम्मेलन भौतिक रूप आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का शुभारंभ कर दिया हैं। पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद भी रहे।  इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने कमेमोरेटिव स्टांप जारी किया। वहीं पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए सबसे पहले नववर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, अभी हम जिस शहर में वो भी अपने आप में अद्भुत है। लोग कहते है कि इंदौर एक शहर है लेकिन मैं कहता हूं इंदौर एक दौर है। ये वो दौर है जो समय से पहले चलता है। फिर भी विरासत को समेटे रहता है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश में एक अलग पहचान साबित की है। खाने-पीने के लिए अपुन का इंदौर, देश ही नहीं पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौर की नमकीन का स्वाद यहां के लोगों का पोहा का पैशन, साबूदाने की खिचड़ी, कचौड़ी, समोसे, शिकंजी जिसने भी इसे देखा। उसके मुंह का पानी नहीं रूका। और जिसने इसे चखा उसने कही और मुड़कर नहीं देखा। इसी तरह 56 दुकान प्रसिद्ध है सराफा भी महत्तवपूर्ण है। यही वजह है कि कुछ लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी कहते है।

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस साल भारत दुनिया के G20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है।हमारे लिए ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है।

हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया।

‘स्वदेशो भुवनत्रयम्’ अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था।

ये ‘प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन’ मध्य प्रदेश की धरती पर हो रहा है, जिसे देश का ह्रदय क्षेत्र कहा जाता है। मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी।

सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी ने पीएम मोदी की मां के निधन पर शोक जताया-