newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Narendra Modi Took Blessings Of Lalkrishna Advani, Murli Manohar Joshi : पीएम नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का लिया आशीर्वाद

Narendra Modi Took Blessings Of Lalkrishna Advani, Murli Manohar Joshi : आडवाणी से मिलने के बाद मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के घर गए। यहां से निकलकर मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलकात की। मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उनको सांसदों का समर्थन पत्र सौंपा और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया।

नई दिल्ली। एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।

इसके बाद मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के घर गए और उनसे भी आशीर्वाद लिया। यहां से निकलकर मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलकात की।

मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उनको सांसदों का समर्थन पत्र सौंपा और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया।

इससे पहले एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने ईवीएम का जिक्र करते हुए विपक्ष पर तंज कसा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब 4 जून को चुनाव के नतीजे आ रहे थे तो मैं काम में व्यस्त था। बाद में फोन आने लगे तो मैंने किसी से पूछा, आंकड़े वगैरह तो ठीक है, मुझे ये बताओ ईवीएम जिंदा है कि मर गया, क्यों कि विपक्ष के लोग तय करके बैठे थे भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में से इनका विश्वास ही उठ जाए। उन्होंने लगातार ईवीएम को गालियां दीं।

मोदी बोले, मुझे लगा कि विपक्ष इस बार ईवीएम की अर्थी निकालेगा लेकिन 4 जून की शाम तक ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है, यह ताकत है भारत की निष्पक्षता की, यह ताकत है भारत के चुनावी तंत्र की चुनाव आयोग की। पीएम बोले, मुझे उम्मीद है कि अब 5 साल तक ईवीएम के बारे में सुनने को नहीं मिलेगा, लेकिन जब हम 2029 में फिर जाएंगे, तो शायद वे फिर से ईवीएम के बारे में राग अलापेंगे। मोदी बोले, चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग के काम में रुकावट के लिए हर तीसरे दिन विपक्ष ने अलग-अलग एप्लीकेशन देकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। चुनाव आयोगी की ताकत का एक बड़ा हिस्सा चुनाव के पीक आवर्स में सुप्रीम कोर्ट में लगा रहा। देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।