
नई दिल्ली। संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पीएमसी बैंक से संबंधित एक मामले में 29 दिसंबर को ईडी के मुंबई दफ्तर में अधिकारियों से मिलने के लिए कहा गया था। इस नोटिस वर्षा राउत ने ईडी के सामने पेश होने से मना कर दिया है। उन्होंने खुद के पेश होने के लिए एजेंसी से पांच जनवरी तक का समय मांगा है। बता दें कि एजेंसी वर्षा राउत और प्रवीण राउत के बीच हुए कथित वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है। गौरतलब है कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तीसरी बार वर्षा राउत को समन भेजा है और उन्हें आज पेश होने के लिए कहा था। हालांकि अब राउत ने पेश होने से इनकार कर दिया है। इससे पहले भी दो बार वर्षा राउत ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए एजेंसी के सामने पेश होने से मना कर दिया था। बता दें कि पिछले साल सितंबर में आरबीआई ने निकासी सीमा को कम कर दिया था और 4,355 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के बाद पीएमसी बैंक की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था।
इस मामले में बाद में ईडी ने इसके संबंध में हाउसिंग डेवलेपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के स्वामित्व वाली 3,830 करोड़ रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति को जब्त कर लियाथा। इसी बीच राउत ने पत्नी को समन भेजे जाने को कायरता बताया है। वहीं ईडी के समन के बाद संजय राउत ने अपने अंदाज में एक शायरी के जरिए ट्वीट में पलटवार किया।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “तुम लाख कोशिश कर लो, मुझे बदनाम करने की, मैं जब भी बिखरा हूं, दुगनी रफ्तार से निखरा हूं…।” वहीं ईडी द्वारा भेजे गए समन पर सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस करके संजय राउत ने कहा कि, ‘पिछले एक साल में शरद पवार, एकनाथ खड़से और प्रताप सरनाइक को नोटिस मिला और अब आप सभी मेरे नाम पर चर्चा कर रहे हैं। महाराष्ट्र में सरकार गठन में इन सभी लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये नोटिस कागज के टुकड़े हैं और कुछ नहीं। कायरतापूर्ण घर की महिलाओं को निशाना बनाने का काम किया जा रहा है। हम किसी से नहीं डरते हैं और इसी तरह से इसका जवाब देंगे। ईडी को कुछ कागजात की जरूरत थी और हमने उन्हें समय पर जमा करवा दिया है।’