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Maharashtra: महाराष्ट्र में फिर सियासी उबाल, बाबा साहब आंबडेकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने औरंगजेब के कब्र पर टेका माथा

बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में इसे लेकर सियासी बहस देखने को मिलेगी। हालांकि, अभी तक बीजेपी की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में आगामी दिनों में बीजेपी की ओर से  इस पर क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की नजरें बनी रहेंगी।

नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर सियासी ताप अपने चरम पर है। बीते दिनों प्रदेश में मुगल बादशाह औरंगजेब की तस्वीर वाट्सएप स्टेटस में लगाने को लेकर विवाद भी उपजा था। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं, अब खबर है कि संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर के पोते और वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने आज महाराष्ट्र के खुलताबाद में जाकर औरंगजेब की कब्र पर मत्था टेका है। जिसे लेकर सूबे में सियासी बहस का बाजार गुलजार हो चुका है।

बता दें कि यह बहस इस लिहाज से अहम हो जाती है, क्योंकि प्रकाश आंबेडकर की पार्टी का गठबंधन उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना के साथ है। बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में इसे लेकर सियासी बहस देखने को मिलेगी। हालांकि, अभी तक बीजेपी की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में आगामी दिनों में बीजेपी की ओर से  इस पर क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की नजरें बनी रहेंगी। ध्यान दें कि उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना पहले कठोर हिंदुत्व के लिए जानी जाती थी, लेकिन 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के साथ सीएम की कुर्सी पर पेंच फंसने के बाद उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिला लिया। ऐसा करके बीजेपी ने अपनी कठोर हिंदुत्ववादी छवि को धूमिल किया। जिसका यह नतीजा हुआ कि एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया।

शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। जिसके बाद उद्धव ठाकरे की तत्कालीन सरकार अल्पमत में आ गई और उन्हें अपने पद से  इस्तीफा देना पड़ गया। वहीं, अब जब प्रकाश आंबेडकर ने औरंगेजब की कब्र पर माथा टेका, तो बहुत मुमकिन है कि इस पूरे मामले में  बीजेपी उद्धव को भी लपेटे में लेगी। बहरहाल, पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।