BSSC Paper Leak: बीएसएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के मामले में सत्तारूढ़ जेडीयू के अध्यक्ष का संवेदनहीन बयान, ललन सिंह बोले- पहले भी हुआ है ऐसा
बीएसएससी सचिवालय सहायक के दिसंबर में इम्तिहान की पहली पारी का पेपर आउट हो गया था। जिसके बाद से ही अभ्यर्थी सभी परीक्षाओं को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को छात्र पटना कॉलेज के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जिनपर पुलिस ने लाठियां बरसाई थीं। इम्तिहान में करीब 9 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे।
पटना। बिहार स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (बीएसएससी) की सचिवालय सहायक की सभी परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर बुधवार को पटना में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज को सत्तारूढ़ जेडीयू सही ठहरा रहा है। जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने ऐसा संवेदनहीन बयान दिया है। ललन सिंह के मुताबिक लाठीचार्ज तो पहले भी हुआ है और होता रहता है। उन्होंने कहा है कि जो कोई कानून तोड़ेगा, तो उस पर कार्रवाई होगी ही। ललन के बयान से साफ है कि बीएसएससी अभ्यर्थियों की मांग के प्रति सरकार का रुख किस तरह का है। ललन का बयान ये भी बताता है कि सरकार मांग को शायद न माने। सुनिए ललन सिंह का बयान।
पटना में BSSC अभ्यर्थियों की पिटाई मामले में सुनिये सता पक्ष, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बोले- लाठीचार्ज होते रहता है…. यह कोई पहली दफे हुआ है क्या… pic.twitter.com/8d5VV2JJIO
— Ashok Priyadarshi (@ak_priyadarshi) January 4, 2023
बीएसएससी सचिवालय सहायक के दिसंबर में इम्तिहान की पहली पारी का पेपर आउट हो गया था। जिसके बाद से ही अभ्यर्थी सभी परीक्षाओं को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को छात्र पटना कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जिनपर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई थीं। इस इम्तिहान में करीब 9 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। उनका कहना है कि तीनों शिफ्ट की परीक्षा में जमकर धांधली हुई है। सभी शिफ्ट की परीक्षा को दोबारा कराने और अभ्यर्थियों से न्याय करने की वो मांग कर रहे हैं। लेकिन ललन सिंह का बयान बता रहा है कि सरकार इस आरोप से पल्ला झाड़ रही है।
वहीं, बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप यादव ने इस बारे में बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वो बीएसएससी अभ्यर्थियों की मांग के बारे में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से बात करेंगे। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप हैं। तेजप्रताप के इस मामले में उतरने से अब नीतीश सरकार के सामने बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। विपक्षी बीजेपी पहले ही पेपर लीक मामले में नीतीश कुमार की सरकार को घेर चुकी है।