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Kuno National Park: नहीं थम रहा चीतों की मौत का सिलसिला, अब एक और चीते ने तोड़ा दम, PM रिपोर्ट का इंतजार

Kuno National Park: प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाया गया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीता लाया गया था। लेकिन अब तक 10 चीतें दम तोड़ चुके हैं, जिसे लेकर कई दफा चिंता जाहिर कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस मौत की स्पष्ट वजह का खुलासा नहीं हो सका है।

नई दिल्ली। नामीबिया से भारत आए चीते की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमाम चिकित्सकीय परीक्षण के बावजूद भी अभी तक चीतों की मौत का कारण पता नहीं चल सका है। जिसे लेकर कई दफा केंद्रीय अमला भी अपनी चिंता जाहिर कर चुका है। अब इसी बीच खबर है कि मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई। हालांकि, मौत के पीछे की वजह के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। लिहाजा शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।

आपको बता दें कि प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाया गया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीता लाया गया था। लेकिन अब तक 10 चीतें दम तोड़ चुके हैं, जिसे लेकर कई दफा चिंता जाहिर की जा चुकी है। वहीं, कुछ वन विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी धरा से भारत आए ये चीते यहां की भौगोलिक परिदृश्य के अनुकूल खुद को स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।

वहीं, वन विभाग के एपीसीसीएफ और डायरेक्टर लॉयन प्रोजेक्ट की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मंगलवार सुबह 11 बजे नामीबिया से आया चीता अचेत अवस्था में मिला था, जिसके बाद उसे फौरन डॉक्टर के पास भेज दिया गया, लेकिन उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत की वजह का खुलासा पीएम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा। वहीं, नामीबिया से आए तीन मादा चीतों ने पांच शावक को जन्म दिया है। बहरहाल, जिस तरह से चीतों की मौत हो रही हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगामी दिनों में वन विभाग की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।